एक कार्यक्रम में शामिल होने अयोध्या पहुंचे डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि रामलला को टेंट में देखकर मेरी आंखें भर आईं। साथ ही वहां सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से मिलकर अच्छा लगा। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा, ‘अयोध्या के डॉ लोहिया वि०वि० में “अपने अपने राम” सत्र के बाद डॉ० नरेंद्र कोहली के साथ रामलला के दर्शनार्थ गया टेंट में विराजमान रामलला को देखकर मेरी हालत “गिरा अनयन नयन बिनु बानी” जैसी हो गई। आंखें झर-झर बह निकलीं’। उन्होंने आगे लिखा, ‘वहां तैनात पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बलों से मिलकर अच्छा लगा’।

कार्यक्रम में पहुंचे कवि डॉ. कुमार विश्वास ने बताया कि अयोध्या ने पूरी दुनिया को दिशा दी। इस दौरान कुमार ने प्रभु राम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस दिन हिंसा की कुल्हाड़ी मनुष्य के हाथ से छूट जाएगी, उसी दिन वह परशुराम से राम बन जाएगा। कुमार ने कहा, भगवान ने अयोध्या को खास स्थान दिया। राम मनुष्यता के सागर हैं। भगवान ही राम और कृष्ण के रूप में इस धरती पर आए हैं, तो इसी हिंदोस्तान की धरती पर आए हैं, और ये ही यहां की खासियत है।’ कुमार विश्वास ने अभिज्ञान शाकुन्तलम का जिक्र उदाहरण के तौर पर करते हुए बताया कि यह हमारी भूल है कि लोकतंत्र की अवधारणा दूसरे देशों से आई है, पुराने समय से ही भारत में लोकतांत्रित व्यवस्था चल रही थी।

वहीं इस दौरान भगवान राम के विरोध करने वालों को लेकर उन्होंने कहा कि हम जिनका आचरण नहीं करना चाहते, या नहीं कर सकते, उनकी कमियां तलाशते हैं। अयोध्या के इस समारोह में पहुंचे कुमार विश्वास अपनी छवि से हट कर धोती कुर्ता पहने हुए अलग ही परिधान में नजर आए। कुमार विश्वास ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण में मां सीता की प्रतिमा लगवाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर में मां सीता की प्रतिमा के लिए प्रधानमंत्री से बात करेंगे और प्रदेश की योगी सरकार से भी इस बारे में चर्चा करेंगे।

इसके अलावा कुमार कहा इस कार्य के लिए यदि धन देने की आवश्यकता पड़ी तो सबसे पहले धन भी दूंगा। वहीं उन्होंने डॉ लोहिया वि०वि० के छात्रों से परीक्षा के बाद राम चरित मानस का पाठ करने की भी अपील की। उन्होंने छात्रों से कहा इससे आप बहुत कुछ सीख सकते हैं।