आरती सक्सेना
नब्बे के दशक में करिश्मा कपूर का बोलबाला था। उनकी फिल्में एक के बाद एक हिट हो रही थीं। डेविड धवन और गोविंदा के साथ मिलकर उन्होंने जबरदस्त तिकड़ी बनाई थी। दूसरी ओर यश चोपड़ा से लेकर श्याम बेनेगल जैसे फिल्मकार भी करिश्मा कपूर की प्रतिभा का इस्तेमाल कर रहे थे। ‘दिल तो पागल है’ के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। शादी करने के बाद करिश्मा कपूर का करिअर हाशिए पर आ गया। करिश्मा कपूर ने वेब सीरीज ‘मेंटलहुड’ से वापसी की है। इसी वेब सीरीज को लेकर करिश्मा कपूर से हुई बातचीत के प्रमुख अंश।
सवाल : आखिर वह कौनसी बात थी, जिसने आपको ‘मेंटलहुड’ में काम करने के लिए मानसिक तौर पर तैयार किया?
सच कहूं… मेरा अभिनय में लौटने का कोई इरादा नहीं था। लिहाजा जब भी कोई प्रस्ताव मुझे मिलता था, तो मैं इनकार कर देती थी। मैंने एकता कपूर के ‘मेंटलहुड’ के आॅफर को स्वीकार नहीं किया था। एकता का कहना था कि मैं एक बार पटकथा जरूर पढ़ लूं, क्योंकि ‘मेंटलहुड’ की पटकथा मुझे ध्यान में रखकर लिखी गई है। उनके कहने पर मैंने पटकथा पढ़ी। मुझे यह अच्छी लगी तो मैंने काम करना स्वीकार कर लिया।
सवाल : ‘मेंटलहुड’ में ऐसी क्या खूबी थी?
‘मेंटलहुड’ से जुड़ने के पीछे भी मातृत्व की भावना ही थी। इस वेब सीरीज की कहानी हर मां की कहानी है जो अपने बच्चों का पालन-पोषण करती है। हमारी मां ने भी हमारा पागलपन झेला है। हम भी अपने बच्चों के साथ वही अनुभव पा रहे हैं। इस वेब सीरीज में मैं कानपुर की सीधी सादी मिस कानपुर मीरा हूं, जो तीन बच्चों की मां है। वेब सीरीज में मां और बच्चों के रिलेशनशिप को खूबसूरती से दिखाया है।
सवाल : ‘मेंटलहुड’ के बाद क्या आप अभिनय जारी रखेंगी या फिर से अभिनय से दूरी बना लेगी?
जैसा कि मैंने आपको बताया मेरा अभिनय में वापसी का कोई इरादा नहीं था लेकिन ‘मेंटलहुड’ की स्क्रिप्ट मुझे अच्छी लगी इसलिए मैंने काम करना स्वीकार किया । मेरा पूरी तरह अभिनय में आने का फिलहाल इरादा नही है।
सवाल : आज भी इंस्टाग्राम में आपके पांच लाख फॉलोअर हैं। लोग चाहते हैं कि आप अभिनय करती रहें। आप क्यों अभिनय से दूर जाना चाहती हैं।
दूरी बनाने की कोई खास वजह नहीं है। मैं बहुत आलसी हो गई हूं। मैंने 16 साल की उम्र से अभिनय शुरू किया था। तब अभिनय से प्यार था। लिहाजा मैंने खुद को इंडस्ट्री में स्थापित करने के लिए मेहनत की। मगर जब शादी करने के बाद मां बनी, तो लगा कि अब अपनी जिंदगी जीना चाहिए।
सवाल : आपकी अभिनय में वापसी को लेकर आपके बच्चों की क्या प्रतिक्रिया है? क्या उनकी अभिनय में दिलचस्पी है?
’बच्चों की अभिनय में दिलचस्पी को लेकर कुछ कहना मुश्किल है। मेरे बेटे की अभिनय से ज्यादा फुटबॉल में दिलचस्पी है। मेरे बच्चे मेरी जान हैं। अपने बच्चों के लिए मैं सब कुछ छोड़ सकती हूं।
सवाल : आपकी बहन करीना का बेटा तैमूर सोशल मीडिया में बहुत लोकप्रिय है, मगर आपके बच्चे ज्यादा नजर नहीं आते…
’तैमूर अगर लोगों द्वारा पंसद किया जाता है लोग उसे देखना चाहते हैं तो यह खुशी की बात है। जहां तक मेरे बच्चों का सवाल है, वे बहुत शर्मीले हैं। मीडिया के सामने कम ही नजर आते हैं।
सवाल : आखिरी सवाल आजकल कोरोना और पूर्णबंदी से लोग परेशान हैं। आप क्या कहेंगी?
कोरोना को लेकर लोग बुरी तरह डरे हुए हैं। मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा है। लोगों को इस बारे में जागरूक करना जरूरी है।
सवाल : आज आप काफी अरसे बाद अभिनय में लौटी हैं तो काम के तरीकों में क्या फर्क देख रही हैं?
पहला फर्क तो यह था कि सेट पर तब गिनी चुनी महिला कलाकार होतीं थीं। अब सेट पर महिलाओं की संख्या बढ़ गई है। आज जमाना महिलाओं का है। तब तो हमारे मेकअपमैन तक पुरुष होते थे। आजकल तो मेकअपमैन, असिस्टेंट कैमरामैन से लेकर पीआरओ तक, सभी काम लड़कियां कर रही हैं। तकनीकी तौर पर पहले के मुकाबले में आज काफी सुविधाएं हैं। इससे अभिनय करने में आसानी होती है। एक दौर वह भी था जब माना जाता था कि हीरोइनों का करिअर तो दस साल का होता है।