बॉलीवुड के महान फिल्ममेकर करण जौहर ने कई स्टार किड्स को अपनी फिल्मों में लॉन्च किया है। इसके लिए उनपर नेपोटिज्म के आरोप भी लग चुके हैं। करण ने ही आलिया भट्ट को लॉन्च किया था। ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ आलिया की डेब्यू फिल्म थी और इसका डायरेक्शन करण ने ही किया था। कई मौकों पर करण जौहर के लिए कहा गया है कि वह आलिया को लेकर बायस्ड हैं। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में करण ने इसपर प्रतिक्रिया दी है।
मिड डे के साथ इंटरव्यू में फिल्ममेकर ने खुद के बारे में नेगेटिव खबरों पर रिएक्ट किया। उनसे पूछा गया कि उनके खिलाफ इतना कुछ नेगेटिव लिखा जाता है, खासकर पिछले तीन सालों में कई ऐसी बातें उनके लिए कही गई हैं। क्या उनसे उन्हें फर्क पड़ता है? करण जो भी करते हैं उसके लिए उन्हें जज किया जाता है। इतना ही नहीं आलिया को लेकर भी उन्हें काफी ट्रोल किया जाता है। इसपर करण ने कहा कि आलिया उनके लिए पहले बच्चे जैसी हैं।
करण ने कहा, “मैंने किसी भी चीज के लिए माफी नहीं मांगी है और न ही मांगूंगा। मुझे जो सही लगेगा मैं उसे कास्ट करूंगा। यदि वह व्यक्ति इंडस्ट्री में किसी से जुड़ा होता है तो ठीक है। आलिया मेरी पहली संतान की तरह है। मैं हमेशा सबके सामने उसे प्यार करता रहूंगा। वो हमेशा मेरे जीवन का हिस्सा रहेगी और तुम लोगों को कहना है कहते रहो। तुम्हें मुझे जो बुलाना है बुलाते रहो।”
करण ने आगे कहा, “आप जितने भी नाम चाहते हैं लें, नेगेटिविटी उन्हें खा रही है, मुझे नहीं। मैं ऊपर उठ रहा हूं, मैंने ऊंची राह पकड़ ली है और जब आप जीवन में ऊंची राह लेते हैं, तो लोग क्या कहते हैं, इसके कारण आप अपने अस्तित्व का तरीका नहीं बदल सकते।”
करण ने आगे कहाकि वह हमेशा वो करते हैं जो उनका दिल कहता है। करण बोले, “मेरी मां ने मुझे सिखाया है कि यदि तुम सही नहीं हो, तुम मानते हो कि तुम सही नहीं हो तो कोई कैसे फर्क ला सकता है।” आगे करण ने कहा कि अगर वह फिल्मी परिवार से आने वाले किसी ऐसे अभिनेता को लॉन्च करते हैं जो फिल्म में काम करने के लिए तैयार है, तो शुरुआत के लिए यह एक प्रिविलेज हो सकती है लेकिन इसके बाद उसे अपनी क्षमता साबित करनी होगी। उन्होंने कहा, “हो सकता है कि मैंने कुछ देखा हो, मुझे इसका लाभ क्यों नहीं उठाना चाहिए।”
करण ने उन लोगों के बारे में भी बात की जिनका इंडस्ट्री से कोई संबंध नहीं था, लेकिन उन्होंने धर्मा प्रोडक्शन के साथ काम किया है। फिल्म निर्माता ने अंत में कहा कि यदि कोई ऐसी बातें बनाना चाहता है जो नेगेटिव तरीके से काम करती हैं, तो वह ऐसा कर सकता है। लेकिन यह नेगेटिविटी उनपर नहीं असर करती, बल्कि उसपर करती है जो इसे बना रहा है।