यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध की वजह से हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। कुछ छात्रों को यूक्रेन से निकालकर भारत वापस लाया गया है। विपक्ष मोदी सरकार पर बच्चों को वापसे लाने के लिए पहले से ही तैयारी ना करने का आरोप लगा रहा है तो वहीं अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले फिल्ममेकर कमाल आर खान ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है।
पीएम मोदी पर कमाल आर खान का हमला: ट्विटर पर कमाल आर खान ने लिखा कि 20,000 भारतीय छात्र एक छोटे से देश यूक्रेन में ही हैं। तो जरा सोचिए कि विदेशों में कितने भारतीय छात्र हैं? वे भारत में खराब शिक्षा प्रणाली की वजह से अध्ययन के लिए विदेश जाते हैं। बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर बनना चाहते हैं जबकि मोदी जी चाहते हैं कि वे चाय बेचें।
राष्ट्रीयता पर फिर बोले कमाल आर खान: एक और ट्वीट करते हुए कमाल खान ने लिखा कि पिछले 7 सालों में भारत इतना बदल गया है कि मैंने अपने बच्चों को मरने से पहले ब्रिटेन की नागरिकता लेने के लिए कहा है। जबकि मैंने कभी अपनी राष्ट्रीयता बदलने के बारे में नहीं सोचा। भारत अभी भी मुस्लिम देशों और अमेरिका से बेहतर है। लेकिन ब्रिटेन और यूरोप अब कहीं अधिक सुरक्षित हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: कमाल खान के इस ट्वीट पर अब आम लोग भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। तृप्ति कुमारी नाम की यूजर ने कमाल खान को जवाब देते हुए लिखा कि “जैसे-जैसे चुनाव के नतीजे वाला दिन नजदीक आ रहा है, आपकी बेचैनी बढ़ती जा रही है।” अंतरमान नाम के यूजर ने लिखा कि “कोई मुझे मारो…जम के मारो… अरे केआरके इंडिया का मेडिकल एजुकेशन यूक्रेन से 100 गुना ठीक है। जो यहां एग्जाम क्रेक नहीं कर पाते वे ऐसे देशों में जाकर पढ़ाई करते हैं।”
द पोलेस्टर नाम के यूजर ने लिखा कि “आपकी कांग्रेस का ही ये विकास है कि आज भी स्टूडेंट पढ़ाई करने के लिए विदेश जाते हैं और मुसीबत में मोदी जी वापस ला रहे हैं।” मिथलेश नाम के यूजर ने लिखा कि वहां पर पढ़ाई करने के लिए फीस कम लगती है इसलिए लोग वहां जाते हैं। कुछ भी बोलने लगते हो…आपकी फिल्म नहीं चली तो क्या तुम्हे चाय बेचनी पड़ी है?”
राष्ट्रीयता को लेकर किए गए कमाल आर खान के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मिंटू रॉय नाम के यूजर ने लिखा कि “आप जा सकतेहैं, हम बुरा नहीं मानेंगे बल्कि ये देश पर एक तरह से एहसान होगा।” शाहरुख मखवानी नाम के यूजर ने लिखा कि “क्या अब आप दुबई में भी सुरक्षित नहीं है?”
