Amitabh Bachchan, Kadar Khan: अमिताभ बच्चन ने 80 के दशक में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई। वहीं एक्टर कादर खान ने भी कई फिल्में कीं जिनमें उन्होंने कभी विलेन तो कभी कॉमेडियन एक्टर के तौर पर काम किया। अमिताभ के साथ भी कादर खान कई बार नजर आए। वहीं कादर खान स्क्रीन प्ले औऱ फिल्म के डायलॉग्स भी लिखा करते थे। 300 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले कादर खान की अमिताभ बच्चन से अच्छी दोस्ती थी। कादर खान अमिताभ बच्चन को अमित कहकर पुकारा करते थे।
एक इंटरव्यू में कादर खान ने बताया था- ‘अमित जी को मैं अमित बोलता था उस वक्त। तो किसी ने मुझसे आके कहा कि आप सरजी को मिला वह साउथ के प्रोड्यूसर थे। तो मैंने पूछा कौन सरजी उन्होंने कहा वो लंबे से आदमी। तो मैंने कहाकि वह तो अमित है, सरजी क्यों। सब वहां अमित को अमित जी, सरजी कहते थे। मेरे मुंह से नहीं निकला तो मैं निकल गया वहां से।’
अमिताभ बच्चन की दोस्ती से कैसे हुए दूर
कादर खान ने आगे बताया था- ‘क्या कोई आदमी अपने दोस्त अपने भाई को किसी और नाम से पुकार सकता है क्या? इसलिए उनके साथ फिर मेरा वो राब्ता नहीं रहा। मैं खुदा गवाह में नहीं रहा, गंगा जमना सरस्वती मैंने आधी लिखी आधी छोड़ दी। फिर कुछ फिल्में जो मैंने नहीं लिखीं पर थोड़ी कीं लेकिन फिर छोड़ दीं।’
अमिताभ ने किया था कादर खान से वादा! जो रह गया था अधूरा?
उन्होंने आगे बताया था- ‘उस जमाने में जब ‘कुली’ बन रही थी तो मैं जब आखिरी दिन वहां से शूट करके निकला तो मुझे अमित जी ने आवाज दी। उन्होंने कहा कि तुम एक काम करो कि आज जाओ। परसों वापस आ जाना, हम यहीं पर तुम्हारी फिल्म का अनाउंसमेंट कर देंगे, बल्कि मुहूर्त ही कर देंगे। मैंने कहा ठीक है। इससे पहले मैंने शमा फिल्म बनाई थी। उसमें बड़ी तकलीफ हुई थी मुझे। किसी एक्टर को कभी भी प्रोड्यूसर नहीं बनना चाहिए।’
अमिताभ को चोट लगने पर, दौड़े गए थे कादर खान
उन्होंने आगे बताया था- मैं परसों जाने की तैयारी में था। तभी मेरे पास अमिताभ जी के भाई अजिताभ का फोन आया। उन्होंने बताया कि अभी आप मत जाइए दा को चोट लग गई है। दो दिन छोड़कर फिर जाने का सोचा तो पता चला कि उन्हें बहुत ज्यादा चोट आई है। तो मैं घबराया और फ्लाइट लेकर उनके पास पहुंचा। फिर हम उन्हें बॉम्बे लाए और ब्रीच कैंडी में उन्हें भर्ती कराया। फिर वह ठीक हुए तो वह इलेक्शन में बिजी हो गए। फिर वह एमपी बन गए। जब एमपी बने तो वहां से उनकी लाइन चेंज हो गई। फिर उनसे मेरा वो राब्ता नहीं रहा जो पहले हुआ करता था।’