प्रख्यात गीतकार जावेद अख्तर राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय देते हैं। अब जावेद अख्तर ने एक नया ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने शाहजहां में 75 प्रतिशत राजपूत खून बता दिया है। इसके अलावा उन्होंने अपनी बात रखते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का भी उदाहरण दिया है।

जावेद लिखते हैं, ‘ओबामा के पिता केन्या के रहने वाले थे और उसकी पैतृक चाची आज भी केन्या में रहती है, लेकिन ओबामा अमेरिका में पैदा हुए तो उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने का अधिकार मिल गया। शाहजहां भी भारत में पैदा होने वाली पांचवी पीढ़ी थी और उसकी दादी और मां राजपूतानी थीं। यानी उसका 75 प्रतिशत खून राजपूत था, लेकिन वे लोग अभी भी उसे बाहरी/विदेशी बोलते हैं।’

जावेद अख्तर के ट्वीट पर अब एक नई बहस छिड़ गई है। चंद्रशेखर नाम से ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘क्योंकि वह लोगों की मर्जी से शासक नहीं बना था। जबकि उसके पूर्वजों ने बलपूर्वक सत्ता हथियाई थी। इसलिए हम उन्हें भारतीय के रूप में कभी स्वीकार नहीं कर सकते।’ ट्विटर यूजर रत्ना बाजपेयी लिखती हैं, ‘हर किसी को पहले विदेशी, आप्रवासी और एक शासक के बीच में अंतर समझना चाहिए।’

सोशल मीडिया पर मिलने लगी ऐसी प्रतिक्रिया: ट्विटर यूजर माधव शर्मा लिखते हैं, ‘आपने 75 प्रतिशत राजपूत खून होने का आंकलन कैसे किया? पक्का आपने कोई नया तरीका देखा होगा। हमें इसके बारे में डिटेल में बताइए।’

कशिश गांधी नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘उपनिवेशवादी मानसिकता जो ये सोचती हैं कि अमेरिका जो भी करता है सही करता है, हमारे देश को नष्ट कर रहे हैं। अमेरिका से हमारे देश के इतिहास की तुलना एक बेइज्जती है।’ यूजर मोहन रामचंदानी पूछते हैं, ‘क्या जलियांवाला बाग का कसाई, रेजिनाल्ड डायर एक भारतीय था क्योंकि वह भी भारत में पैदा हुआ था?’

अकबर की तारीफ कर आए थे चर्चा में: जावेद अख्तर ने साल 2017 में भी एक ऐसा ही बयान दिया था जिसका खूब विरोध भी हुआ था। आजतक के कार्यक्रम में जावेद अख्तर बोले थे, ‘ये लोग (अकबर का विरोध करने वाले) जाहिल हैं उसे कभी नहीं समझ सकते। जब आप इतिहास पढ़ेंगे, उसकी डिटेल पढेंगे तो आप को नाज होगा कि आप उस देश में पैदा हुए जिस देश में अकबर पैदा हुआ।’