बॉलीवुड के मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर इन दिनों अपने बेबाक विचारों के कारण काफी चर्चा में बने हुए हैं। हालांकि अपने लेख की वजह से उन्होंने लोगों का खूब दिल जीता है। उनकी लिखी गई कई फिल्मों ने भी पर्दे पर धमाल मचा दिया था। जावेद अख्तर हमेशा से शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को लेजेंड मानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात गणेश चतुर्थी के खास मौके पर हुई थी और पहली मुलाकात पर ही जावेद अख्तर उनकी लेखाई देखकर हैरान रह गए थे। वहीं बाल ठाकरे ने भी जावेद अख्तर का परिचय अपने छोटे भाई से एक लेखक के तौर पर करवाया था।

बाल ठाकरे से जुड़ा यह खुलासा खुद जावेद अख्तर ने गुलजार के एक लेख में किया था, जो कि टाइम्स ऑफ इंडिया में भी प्रकाशित हुआ। जावेद अख्तर ने बाल ठाकरे से हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा था, “अगर लेजेंड की बात हो तो कोई भी बाल ठाकरे को नहीं भूल सकता है, द मास्टर कार्टूनिस्ट और नेता, जिनसे मेरी मुलाकात वसंत देसाई के घर पर गणेश चतुर्थी के मौके पर हुई थी।”

जावेद अख्तर ने बाल ठाकरे के बारे में बात करते हुए आगे कहा था, “मैं उनसे वहां पहली बार मिला था और उनकी लिखाई देखकर ही दंग रह गया था, जब उन्होंने एक कागज के टुकड़े पर अपना पता लिखकर मुझे दिया था। उसी शाम वह मुझे अपने छोटे भाई श्रीकांत ठाकरे के घर लेकर गए और मेरा परिचय भी उन्होंने श्रीकांत जी से लेखक के तौर पर करवाया।”

बता दें कि बाल ठाकरे कई बार जावेद अख्तर के समर्थन में भी नजर आए थे। साल 2010 में जावेद अख्तर दारुल उलूम देवबंद द्वारा मुस्लिम महिलाओं के काम करने पर दिये गए फतवे के खिलाफ हो गए थे, जिसके बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिलने लगी थीं। लेकिन इस मौके पर बाल ठाकरे जावेद अख्तर के समर्थन में आए थे।

जावेद अख्तर के बारे में बात करते हुए बाल ठाकरे ने का था, “सलीम और जावेद, दोनों ने ही हमेशा से मुसलमानों के बीच कट्टरता के खिलाफ आवाज उठाई है। जावेद को फतवे पर टिप्पणी करने के लिए जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। लेकिन वह इन सभी धमकियों से डरने वाला नहीं है। केवल सलीम जावेद जैसे लोग ही मुस्लिमों को अंधकार से रोशनी में ला सकते हैं।”