मशहूर लेखक जावेद अख्तर अपने बेबाक बयान को लेकर चर्चा में रहते हैं। इस वक्त यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा चल रहा है, इसे लेकर भी अख्तर ने बात की है। उन्होंने इसका समर्थन करते हुए ये सिर्फ किसी की आलोचना के लिए नहीं होना चाहिए, इसे केंद्र की तरफ से समान रूप से लागू करना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि इसे केवल इसलिए लागू नहीं करना चाहिए कि मुस्लिम एक से ज्यादा शादी न कर सके। उनका कहना है कि लोग मुस्लिमों से जलते हैं कि वह चार शादियां कर सकते हैं। हालांकि ये बात उन्होंने मजाकिया अंदाज में कही।
एक पॉडकास्ट के दौरान जावेद अख्तर ने ये बात कही। जावेद ने कहा कि UCC बिल केवल मुस्लिमों की आलोचना के लिए नहीं लाना चाहिए, ये नियम गलत नहीं है, लेकिन केंद्र की चर्चा के बाद इसे समान रूप से लाएं।
अख्तर ने कहा कि वह इस नियम का पालन करते हैं, लेकिन बस मुस्लिमों की एक से अधिक शादी को ध्यान में रखते हुए इसे न लाया जाए। अख्तर ने मजाकिया अंदाज में कहा,”लोग जलते हैं कि मुस्लिमों को चार बीवियां रखने का हक है। उन्हें बाकी कुछ गलत नहीं लगता।” उन्होंने कहा कि अगर बाकी लोगों को भी ये हक दे दिया जाए तो कोई परेशानी नहीं होगी।
हिंदू करते हैं एक से ज्यादा शादी
जावेद अख्तर ने कहा कि हिंदू गैरकानूनी तरीके से एक से अधिक शादी कर रहे हैं। उन्होंने आंकड़े के बारे में बात करते हुए कहा हिंदू दो शादियां ज्यादा कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए।
क्या है UCC?
यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) यानी समान नागरिक संहिता, देश में सभी धर्मों, समुदायों के लिए एक समान, एक बराबर कानून बनाने के लिए एक प्रस्ताव है। जिसका मतलब है कि देश में सभी धर्म, समुदायों के लिए कानून एक समान होना चाहिए।