Javed Akhtar: गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) उन बॉलीवुड सेलिब्रिटीज में शामिल हैं, जो तमाम मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से रखने के लिए जाने जाते हैं। कई बार इसके लिए उन्हें आलोचना भी झेलनी पड़ती है। ताजा मामले में चर्चित आईएएस अधिकारी संजय दीक्षित और जावेद अख्तर ट्विटर पर आमने-सामने आ गए। दरअसल दीक्षित ने जावेद अख्तर से एक सवाल करते हुए कहा कि आपको इतिहास का ज्ञान नहीं है। इसपर जावेद अख्तर ने भी पलटवार किया और संजय दीक्षित को विश्वसनीय इतिहासकारों को पढ़ने की नसीहत दे डाली।

दोनों के बीच जुबानी जंग की शुरुआत संजय दीक्षित के एक ट्वीट से हुई। उन्होंने अपने ट्वीट में जावेद अख्तर को टैग करते हुए लिखा ‘इससे पहले कि आप जहांगीर की तारीफ में कसीदे पढ़ने लगें, क्या आप बताने का कष्ट करेंगे कि गुरु अर्जुन देव की हत्या किसने की थी? कट्टरपंथी अहमद सरहिंदी का शिष्य कौन था? अलाउद्दीन खिलजी की तारीफ? इतिहास का आपका ज्ञान आपके बिल्ला नंबर 786 से कुछ बेहतर नहीं है…’।

संजय दीक्षित के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए जावेद अख्तर ने लिखा, जहांगीर ही वो राजा था जिसने शेख सरहिंदी को जेल भेजा था…। कम से कम कुछ सम्मानित और विश्वसनीय इतिहासकारों को पढ़िए…’। जावेद अख्तर और संजय दीक्षित की इस जुबानी जंग में तमाम टि्वटर यूजर्स भी कूद पड़े।

एक शख्स ने जावेद अख्तर पर तंज कसते हुए लिखा, ‘अगर खिलजी, औरंगजेब और बाबर इतने ही महान थे तो अंग्रेज क्या बुरे थे! ब्रिटेन को अभी भी भारत पर राज करने देना चाहिए…’। एक और शख्स ने गीतकार पर तंज कसा और लिखा ‘इनकी नजर में तो अकबर से लेकर जहांगीर तक राम जैसे राजा थे। ऐसे लोग नास्तिक बने फिरते हैं। अब अगर नास्तिक मुसलमान भी जहांगीर को हीरो मानते हैं तो उनकी मानसिकता समझी जा सकती है…’।

आपको बता दें कि बीते दिनों चर्चित लेखक तारिक फतेह और जावेद अख्तर के बीच भी ट्विटर पर इसी तरह की जुबानी जंग छिड़ी थी। जावेद अख्तर ने तारिक फतेह को विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता जैसा व्यवहार करने वाला करार दे दिया था और कॉमन सेंस यूज करने की सलाह दी थी। तो वहीं तारिक फतेह ने भी पलटवार करते हुए कहा था कि वह (जावेद अख्तर) हिंदुओं से नफरत करने वाले इस्लामिस्ट में से एक हैं।