Janmashtami 2025: जन्माष्टमी का त्योहार आखिरकार आ चुका है, 16 अगस्त को देशभर में कृष्ण भक्त उनके जन्मदिन को धूमधाम से मनाएंगे। तमाम लोग इस दिन व्रत करेंगे, पूजा-पाठ करेंगे और लड्डू गोपाल के लिए 56 भोग बनाएंगे। हर कोई अपने प्रभु को सजाएगा, उनकी वीडियो बनाएगा। आजकर सोशल मीडिया के जमाने में किसी भी मौके पर वीडियो या तस्वीरें लेकर पोस्ट ना करें ऐसा तो हो ही नहीं सकता। मगर ऐसे में कई बार सॉन्ग की च्वाइस को लेकर कन्फ्यूजन हो जाता है। आज हम आपको जन्माष्टमी के लिए एक बेहद खूबसूरत भजन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बोल हैं ‘जादू कर के।’
जी हां! ये कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय का भजन है, जिसे केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में सुना जाता है। यूट्यूब पर ये भजन काफी ट्रेंड कर रहा है, जब्कि ये चार साल पुराना है। इस भजन को 7 मिलियन बार से भी ज्यादा देखा जा चुका है। इस भजन को भक्ति पाठ नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है, जहां इंद्रेश उपाध्याय के और भी खूबसूरत भजन उपलब्ध हैं।
उनके भजन में ‘प्यारो वृंदावन’, ‘मेरो मन वृंदावन में अटको’, ‘बरसाने की छोरी’, ‘राधिका दुलारी’, ‘मैं बैरागन’ जैसे कई शामिल हैं। उनके ‘मेरा मन वृंदावन’ भजन को 20 मिलियन से भी ज्यादा देखा जा चुका है। केवल जन्माष्टमी ही नहीं, उनके भजन को आप राधा अष्टमी पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। रील बनाने के अलावा उनके भजन दिल को भी सुकून देते हैं।
जया किशोरी भी हैं भजन की दीवानी
जय मदान के पॉडकास्ट में जया किशोरी ने इस भजन का जिक्र किया था। उनसे पूछा गया था कि उनका फेवरेट भजन कौन सा है? जिसे वो रोज सुनती हैं या गुनगुनाती हैं, जो उनके दिनचर्या का हिस्सा हो? इसके जवाब में जया किशोरी ने कहा था, “मेरा जो फेवरेट चल रहा है, मैंने हाल ही में कहीं बोला भी था, बहुत ही अच्छे स्पीकर हैं इंद्रेश उपाध्याय जी, उनका भजन है ‘जादू कर के।’ बहुत ही ज्यादा खूबसूरत भजन है।” जब उनसे कहा गया कि क्या वो कुछ लाइन गा सकती हैं तो उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा, “मैं नहीं गा सकती, उन्होंने इतना अच्छा गाया है, मैं गा भी नहीं सकती, उन्होंने इतने सुंदर तरीके से गाया है।”
भजन के बोल
जादू करके… जादू करके…
जादू करके ओ… जादू करके ओ पिया
कित गयो जादू करके…
जादू करके… जादू करके…
जादू करके ओ… जादू करके ओ पिया
कित गयो जादू करके…
नंद नंदन पिया कपट जो किन्हो…
नंद नंदन पिया कपट जो किन्हो…
निकल गयो… निकल गयो… निकल गयो
चल करके…