मिथुन चक्रवर्ती के लिए फिल्मों में अपनी जगह बनाना आसान नहीं था। गहरे रंग के कारण उन्हें कई सालों तक फिल्में देने से मना किया गया लेकिन उन्होंने भी हार नहीं मानी और अपनी एक अलग पहचान बनाई। मिथुन ने कई फिल्मों में बतौर जूनियर आर्टिस्ट काम करते हुए अपनी शुरुआत की थी। उन्हीं दिनों अमिताभ बच्चन और रेखा पहली बार फिल्म दो अंजाने के लिए साथ काम कर रहे थे। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती को किसी तरह दो मिनट का छोटा सा रोल मिल गया। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती ने अमिताभ बच्चन और रेखा के स्पॉटबॉय का काम भी किया था।
दो अंजाने फिल्म के दौरान ही अमिताभ और रेखा के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी थीं। इस फिल्म में मिथुन अमिताभ बच्चन के पड़ोसी बने थे जिनका रोल महज दो मिनट का था। मिथुन चक्रवर्ती चूंकि अमिताभ और रेखा के स्पॉटबॉय भी थे इसलिए पूरी फिल्म के दौरान उन्हें अमिताभ के साथ रहना पड़ा था। वो अमिताभ का बैग ढोने का काम करते थे।
रेखा जब शॉपिंग के लिए बाहर जातीं तो मिथुन को उनके साथ जाना होता था। मिथुन ने ऋषि कपूर और मौसमी चटर्जी की फिल्म फूल खिले हैं गुलशन गुलशन में भी एक छोटा सा रोल किया था। 1978 में आई फिल्म मेरा रक्षक में उन्हें एक बड़ा रोल मिला और इसकी सफलता ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की।
मिथुन चक्रवर्ती 80 के दशक में उस वक्त बड़े स्टार बन गए जब उनकी फिल्म डिस्को डांसर (1982) रिलीज हुई। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग के साथ उनके डांस को भी काफी पसंद किया गया। 80 के दशक में मिथुन ने करीब 110 फिल्में की।
इतनी सफलता के बाद मिथुन जब अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हैं तो अक्सर भावुक हो जाते हैं। कुछ दिनों पहले डांस प्लस 5 के सेट पर मिथुन ने अपने संघर्ष के दिनों को याद कर बताया था, ‘मैंने कभी सपने देखना नहीं छोड़ा और हमेशा हकीकत का सामना किया। जब मैं मुंबई आया था, मेरे पास रहने का कोई ठिकाना नहीं था। वो ऐसे दिन थे जब मैं इमारतों की छतों पर बनी पानी की टंकियों में छिप जाता था और वहीं सो जाता था ताकि सुरक्षा गार्ड्स मुझे देख न सकें।’
उन्होंने आगे कहा था, ‘जब मैंने फिल्म इंडस्ट्री में काम ढूंढने की शुरुआत की तब मेरे रंग की वजह से मुझे कई बार रिजेक्ट किया गया। तभी मैंने सोच लिया कि मैं अपने डांस की कुशलता सबको दिखाऊंगा ताकि लोग मेरे रंग पर नहीं, मेरे डांस पर ध्यान दें।’