कृषि बिलों के विरोध में देश के किसान सड़कों पर हैं। किसान आंदोलन को लेकर लगातार तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। ज़ी न्यूज़ के पत्रकार सुधीर चौधरी लगातार‌ अपने प्राइम टाइम शो डीएनए में किसान आंदोलन का विश्लेषण कर रहे हैं।

कल डीएनए में सुधीर चौधरी बोले,’ कुछ अलगाववादी ताकतें आंदोलन की आड़ में हिंसा और दंगा फैलाने की योजना बना रही हैं और ऐसी आशंका है कि आने वाले कई दिनों में देश में कुछ हिंसक घटनाएं भी हो सकती हैं, अगर ये लोग कामयाब हो गए तो। ये ठीक वैसा ही है जैसा नागरिकता कानून के समय और उसके बाद दिल्ली में हुआ था जब दिल्ली के दंगे हो गए थे इसलिए आज हम पूरे देश को और सरकार को सावधान करना चाहते हैं।’ जी न्यूज़ ने डीएनए की  इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है,’किसान प्रदर्शन को ‘शाहीन बाग’ बनाने की कोशिश।

सुधीर चौधरी आगे बोले,’यह योजना कैसे बनाई जा रही है इसका जवाब आपको सिंघु बॉर्डर पर नहीं मिलेगा बल्कि उससे हजारों किलोमीटर दूर दूसरे देशों में मिलेगा।’ इसके बाद सुधीर चौधरी ने ब्रिटेन के बर्मिंघम शहर में किसान आंदोलन के समर्थन में निकली एक रैली की वीडियो दिखाई जिसमें खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं। सुधीर चौधरी के इस विश्लेषण पर ट्विटर यूजर्स की तरह तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।

शेखर नवीन नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’किसान भाईयों आपकी शराफत का फायदा कुछ देशद्रोही ना उठा जाए बस इस बात का ध्यान रखें, नहीं तो दिल्ली जैसे दंगों के बाद अपने कुछ लोगों को खो बैठेंगे आप..बाकी जो ईश्वर की इच्छा।’ अरविंद जाट नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’पहले सरकार किसानों को बदनाम करेगी,फिर फूट डालने की कोशिश करेगी,फिर उन्हें डराएगी और धमकाएगी और अंत में घुटने टेक देगी।’

मनीष कुमार नाम के ट्विटर ने लिखा,’किसान आंदोलन के नाम पर किसान को बदनाम कर रहे हैं। मैं भी एक किसान हूं और सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों से सहमत हूं लेकिन मुट्ठीभर बहरूपिये किसानों के ठेकेदार बन रहे हैं पूरे देश के किसानों को शर्मसार कर दिया।’