पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और अभी से ही राजनीतिक पार्टियां वहां अपना जनाधार मजबूत करने में जुट गई है। पश्चिम बंगाल में फिलहाल तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और शासन की बागडोर ममता बनर्जी के हाथों में है। पश्चिम बंगाल के चुनावों में अक्सर हिंसा देखने को मिलती है। इसी बात पर न्यूज़ 18 के डिबेट शो में बोलते हुए सीपीआई नेता अमीर हैदर ज़ैदी ने राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ‘ममता जी ने बंगाल की हिंसा पर बात की है। लेकिन नकाबपोश गैंग जेएनयू के अंदर छात्रों और शिक्षकों पर आतंकवादी हमला करता है और पूरी केंद्र सरकार चुप बैठी रहती है। बीजेपी चुप रहती है, खामोश रहती है। तो इनका एक चेहरा ये भी है। दूसरा चेहरा संगीत रागी का है जो फ्रांस के राष्ट्रपति का समर्थन करते हैं लेकिन 1927 में भीमराव अम्बेडकर ने किस धर्म ग्रंथ की प्रतियाय जलाने का आह्वान किया था, पर अमिताभ बच्चन सवाल पूछ दे तो उनके खिलाफ ये एफआईआर दर्ज कराते हैं और उनका बहिष्कार करते हैं।’

बीच में संगीत रागी कहते हैं, ‘तस्लीमा नसरीन को बाहर भगाने वाले आप ही लोग थे न। तस्लीमा नसरीन को आप सुन नहीं सकते थे न। आप मुझे ये बता दीजिए कि आपके प्रोफेट साहब के परिवार को किसने मारा? सीपीआई नेता ने पलटवार किया, ‘अफगानिस्तान के तालिबान और सीरिया के ISIS का भारतीय संस्करण देखना है तो आरएसएस को देखिए। ये स्पष्ट है।’

संगीत रहिर कहते हैं, ‘हिंदू तालिबान नहीं हो सकता। तालिबान की मानसिकता नहीं हो सकती हिंदू में। हिंदू आसमानी किताब से नहीं चलता है। हिंदू में नचिकेता यमराज से भी प्रश्न करता है। प्रश्न करना हमारी बौद्धिक परंपरा का हिस्सा है। हम लकीर के फकीर पैदा नहीं हुए हैं। आतंकवाद आसमानी किताबों की देन है।’