बॉबी देओल। 90 के दशक के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक थे। बरसात, गुप्त और सोल्जर जैसी फ़िल्मों के साथ वे इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल कर चुके थे। हालांकि कुछ नए सितारों के आने के साथ ही उनका करियर ढलान पर चला गया। सोशल मीडिया पर उनकी नामौजूदगी ने आग में घी डालने का काम किया। सलमान खान की फ़िल्म रेस 3 के साथ वे अपनी करियर की दूसरी पारी खेलने जा रहे हैं। अपने संघर्ष से जुड़े समय के बारे में उन्होंने यूट्यूब के एक चैनल पर बातचीत की।

बॉबी ने कहा कि मैं बेहद शर्मीला किस्म का इंसान हूं। पापा (धर्मेंद्र) और बड़े भाई(सन्नी) के चलते मुझे कभी काम मांगने नहीं जाना पड़ा। मेरे पास काम आता था। लेकिन जब सोशल मीडिया का दौर आया, नए एक्टर्स और प्रयोगधर्मी फ़िल्मों का दौर, तो धीरे धीरे काम मिलने बंद होने लगा। चूंकि मैं शर्मीला हूं तो मुझे लोगों से रोल्स मांगने में भी दिक्कतें आती थी न ही इससे पहले मुझे ऐसी कोई स्थिति देखनी पड़ी थी। घर के प्रोडक्शन में बनी कुछ फ़िल्में की। लेकिन मैं अपने रोल्स के साथ प्रयोग करना चाहता था इसी के चलते मैंने दाढ़ी भी बढ़ाई थी कि शायद इस लुक से मुझे कुछ प्रयोगधर्मी रोल के लिए ऑफ़र आ सकें। लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ। ‘मैं चाहता था कि मेरे बच्चे अपने पिता को एक फ़्लॉप एक्टर के तौर पर न देखे बल्कि एक सफल कलाकार के रूप में पहचाने। मेरे पिता हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत रहे। मैं भी अपने बच्चों को प्रेरित करना चाहता था। मेरी पत्नी को मेरी काबिलियत में काफी भरोसा है और मेरे लिए यही चीज़ सबसे ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि मैं सलमान खान का शुक्रगुज़ार रहूंगा। उन्होंने मेरे करियर को एक नई शुरूआत दी है। दरअसल सलमान ने मुझसे कहा था कि जब उसका करियर सही दिशा में नहीं चल रहा होता था तो वो संजय दत्त या सन्नी देओल की पीठ पर चढ़ जाता था तो मैंने उसे कहा, मामू अब मुझे अपनी पीठ पर चढा लो। इस बात के कुछ समय बीत जाने के बाद एक दिन सलमान ने मुझे फोन किया और कहा शर्ट उतारेगा? मैंने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा। मेरी प्राथमिकता अब फिटनेस है और मैं करियर की इस दूसरी पारी में लीक से हटकर रोल भी करना चाहूंगा।