केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा और अन्य दूसरे राज्यों के किसान आज लगातार 10वें दिन भी दिल्ली के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। कई लोग इनके आंदोलन को राजनीति और खालिस्तान समर्थकों से प्रेरित बता रहे हैं। कई निजी खबरिया चैनलों पर भी किसानों के इस आंदोलन के बारे में यही धारणा है। इस तरह की कवरेज से किसान बेहद नाराज़ हैं और वो इन चैनलों को किसान आंदोलन के कवरेज में किसी तरह का सहयोग नहीं कर रहे। उन्होंने कुछ निंजी चैनलों की एंट्री पर रोक भी लगाई हुई है।

ज़ी न्यूज़ के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने इसी बात पर अपने प्राइम टाइम शो, ‘डीएनए’ में कहा कि जहां देश विरोधी ताकतें सक्रिय होती हैं, वहां ज़ी न्यूज की एंट्री बंद कर दी जाती है। उनके इस बात पर बॉलीवुड डायरेक्टर संजय गुप्ता भड़क गए और सुधीर चौधरी की इस बात वाले वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए लिखा, ‘इस आदमी की इतनी हिम्मत कैसे होती है कि वो जो करता है उसे स्ट्रेट फेस के साथ कह भी देता है?’

सुधीर चौधरी वीडियो क्लिप में कहते हैं, ‘आपको भी यह बात समझनी चाहिए कि हमारे देश में जहां- जहां भी देश विरोधी ताकतें सक्रिय हो जाती है, वहां – वहां ज़ी न्यूज की एंट्री बंद हो जाती है क्योंकि हम सच बोलते हैं, घबराते नहीं। आपने देखा होगा, पहले दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में यही हुआ था। उसके बाद शाहीन बाग़ में भी हमारी एंट्री बंद हुई। और अब किसानों के आंदोलन की रिपोर्टिंग के दौरान भी ऐसा ही हो रहा है।’

 

उनके इस वीडियो क्लिप पर बॉलीवुड डायरेक्टर के निशाना साधने के बाद लोग खूब कमेंट कर रहे हैं। विशाल पॉल नाम के यूज़र लिखते हैं, ‘क्योंकि हम जैसे लोग उन्हें बिना हिचक के झूठ बोलने की ताकत देते हैं। लोगों की एक बड़ी संख्या उनका शो रोज़ देखती है। और यही वालिडेशन चाहिए होता है। हम एक समाज के रूप में नैतिक रूप से दिवालिया हो चुके हैं कि हमें वो भी नहीं दिखता जो हमारे आंखों के सामने हो रहा होता है।’

बिंग मुस्लिम नाम के एक यूज़र लिखते हैं, ‘सर झूठ बोलकर इतनी आदत हो गई है कि अब मौत और कर्मा से भी डर नहीं लगता। इससे अच्छा तो ब्रिटिश राज था।’  सतीश राय नाम के यूज़र लिखते हैं, ‘बेटा, इसकी बातों में मत आना। ये आंखों में आंखें डालकर झूठ बोलता है। यह इसका बॉर्न टैलेंट है।’