बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस ईशा देओल ने फिल्म ‘कोई मेरे दिल से पूछे’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। इस फिल्म में एक्ट्रेस ने आफ्ताब शिवदेसानी के साथ मुख्य भूमिका अदा की थी। लेकिन एक्ट्रेस के बॉलीवुड में डेब्यू करने की इच्छा से हेमा मालिनी काफी हैरान रह गई थीं। इतना ही नहीं, उन्होंने धर्मेंद्र को मनाने की जिम्मेदारी भी बेटी पर ही छोड़ दी थी। इस बात का खुलासा खुद हेमा मालिनी और ईशा देओल ने ‘जीना इसी का नाम’ में किया था।
शो में हेमा मालिनी से सवाल किया गया था कि जब ईशा ने फिल्मों में जाने की इच्छा जताई तो आपका क्या रिएक्शन था। सवाल का जवाब देते हुए हेमा मालिनी ने कहा था, “मैं बहुत हैरान रह गई थी। मैंने पूछा कि क्या, तुम सच में फिल्मों में काम करना चाहती हो। इन्होंने भी कहा कि हां मैं सच में फिल्मों में काम करना चाहती हूं। अहाना ने भी मुझसे कहा कि क्या फर्क पड़ता है मम्मी।”
हेमा मालिनी ने इस बारे में आगे कहा, “अहाना का तो हमेशा से ही सपोर्ट रहा था।” एक्ट्रेस की इस बात पर एक्टर फारूख शेख ने पूछा, “लेकिन हेडक्वार्टर (धर्मेंद्र) तक बात किसने पहुंचाई थी?” उनकी बात पर हेमा मालिनी ने कहा, “मैंने ईशा से ही कह दिया था कि ये चीजें तुम्हें ही संभालना पड़ेगा और ईशा ने यह चीजें बहुत ही शानदार तरीके से कीं।”
बता दें कि ईशा देओल ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि धर्मेंद्र उनके बॉलीवुड में डेब्यू करने के खिलाफ थे। एक्ट्रेस ने इस बारे में कहा था, “मेरे पापा को बहुत चिंता होती थी, वह थोड़े रूढ़िवादी सोच के थे। उनके हिसाब से लड़कियों को इन सबसे दूर एक सुरक्षित दुनिया में रहना चाहिए। उन्हें ऐसा ही महसूस होता था। उन्हें यह भी मालूम था कि यह इंडस्ट्री कैसे काम करती है।”
ईशा के अलावा हेमा मालिनी ने भी धर्मेंद्र के रिएक्शन के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, “ईशा को डांस और स्पोर्ट्स जैसी अन्य गतिविधियों में काफी रुचि थी। हालांकि धर्मजी को उनकी बेटियों का डांस करना और बॉलीवुड में डेब्यू करना पसंद नहीं था, वह इन चीजों के खिलाफ थे।”