ओम राउत की फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) को रिलीज हुए एक हफ्ता होने जा रहा है और साथ ही साथ इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी घटता जा रहा है। ये सब फिल्म के डायलॉग्स के कारण हो रहा है। इसके लेखक मनोज मुंतशिर पर तमाम लोग गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और वह भी अपना तर्क देने से पीछे नहीं हट रहे। यहां तक की फिल्म के जिन डायलॉग को लेकर विवाद चल रहा था उन्हें भी बदल दिया गया है। लेकिन तब भी मेकर्स को नुकसान होने के कोई नहीं बचा पा रहा है।
इसी बीच बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में युधिष्ठिर का किरदार निभा चुके गजेंद्र चौहान सामने आया है। उनका कहना है कि
इस तरह की फिल्मों से धार्मिक भावनायें आहत होती हैं। आजतक को दिए इंटरव्यू में गजेंद्र ने कहा कि रामायण और महाभारत की कहानियां हमारे संस्कार और सभ्यता से जुड़ी हैं और इनके साथ हुए खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
गजेंद्र ने कहा,”रामायण और महाभारत देखने की चीज नहीं बल्कि सीखने की चीज है। ये हमारे देश की धरोहर है जो आने वाली पीढ़ी को विरासत के तौर पर देनी है। इसे संभालकर रखना चाहिए, इसके जरिए कोई गलत मैसेज नहीं जाना चाहिए।”
टिकट खरीदा लेकिन नहीं देखी फिल्म
ऐसे बहुत से लोग हैं जो टिकट बुक होने के बाद उन्हें कैंसिल कर रहे हैं। गजेंद्र भी उन्हीं में से एक हैं। उन्होंने बताया कि वह टिकट खरीद चुके थे लेकिन वह फिल्म देखने जाएं इसके लिए उनकी आत्मा गवाही नहीं दे रही। एक्टर ने कहा कि उन्होंने फिल्म की कुछ क्लिप्स देखी और उसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि फिल्म देखने लायक नहीं है। एक्टर ने कहा कि वह राम को श्रीराम के रूप में ही देखना चाहते हैं।
फिल्म को बताया साजिश
एक्टर ने ये भी कहा कि फिल्म के पीछे जरूर कोई साजिश है। ये लोग आने वाली पीढ़ी को खराब करना चाहते हैं। उन्होंने टी-सीरीज के भूषण कुमार को संदेश दिया और कहा कि पिता की लिगेसी जो अब तक उन्होंने जैसे आगे बढ़ाया है आगे भी उन्हें इसका ख्याल रखना चाहिए।
मिलनी चाहिए सजा
फिल्म के डायलॉग्स को लेकर गजेंद्र ने कहा,”अब तीर निकल चुका है, जो डैमेज होना था हो गया अब उसे कितना भी सुधार लें, वो बदलने वाला नहीं है। अब कोई फायदा नहीं होगा। लोगों ने ‘आदिपुरुष’ को जो सजा देनी थी वो दे दी है। ये सजा के पात्र हैं इन्हें सजा मिलनी चाहिए।” एक्टर ने सेंसर बोर्ड पर ऐसी फिल्म को पास करने के लिए सवाल खड़े किए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार को इसपर तुरंत रोक लगा देनी चाहिए।