IAS बनने का सपना तो बहुत लोग देखते हैं लेकिन पूरा बहुत कम लोग कर पाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी अभिनेत्री के बारे में बताने वाले हैं जिन्होंने सिविल सर्वेंट बनने के लिए अपना ग्लैमर भरा करियर छोड़ दिया था। कम उम्र में ही फिल्मों में काम शुरू कर दिया था और मशहूर भी हो गई थीं मगर फिर भी इस अभिनेत्री ने आईएएस बनने की ठान ली और अपना सपना पूरा करके दिखाया।
हम बात कर रहे हैं कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की पूर्व अभिनेत्री एच एस कीर्तना की। कीर्तना का बचपन कैमरे और सेट के बीच गुजरा। अपनी बेहतरीन अदाकारी के बल पर बाल कलाकार के तौर पर भी अभिनेत्री ने अपनी खास पहचान बना ली। महज 4 साल की उम्र में कीर्तना ने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। बाल कलाकार के तौर पर कीर्तना ने ‘कर्पूरदा गोम्बे’, ‘गंगा-यमुना’, ‘उपेन्द्र’, ‘हब्बा’, ‘लेडी कमिश्नर’ जैसी कई चर्चित कन्नड़ फिल्मों और टीवी सीरियल्स में बाल कलाकार के तौर पर छाप छोड़ी। अपने काम की बदौलत कम समय में कीर्तना कर्नाटक का मशहूर नाम बन गईं। लेकिन उनका मन अभिनय से हटने लगा था और अपने दिल की आवाज सुनते हुए कीर्तना ने बड़ा फैसला लिया।
पिता भी चाहते थे कि कीर्तना प्रशासनिक सेवाओं में जाएं और सफल करियर को अलविदा कहकर कीर्तना ने पढ़ाई शुरू की। कड़ी मेहनत के बल पर कीर्तना ने कर्नाटक प्रशासनिक सेवा (KAS) की परीक्षा साल 2011 में पास कर ली और 2 सालों तक KAS अधिकारी के रूप में काम किया। लेकिन कीर्तना यहीं नहीं रुकीं।
साल 2013 में कीर्तना ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और 5 प्रयासों में असफल रहीं, मगर कीर्तना ने हार नहीं मानी और छठे प्रयास में साल 2020 में कीर्तना ने न सिर्फ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की बल्कि शानदार 167वीं रैंक भी हासिल की और भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में चयनित हुईं। IAS बनने के बाद कीर्तना को मांड्या जिले में सहायक आयुक्त के रूप में तैनात किया गया। यहां उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वाह संवेदनशीलता, ईमानदारी और सक्रियता के साथ किया। वर्तमान में कीर्तना जिला पंचायत, चिक्कमगलुरु के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कार्यालय में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
