दिलीप कुमार उर्फ मोहम्मद युसुफ खान हिंदी सिनेमा जगत के बेहतरीन एक्टर में से एक रहे हैं। उन्हें अपने दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने की वजह से उन्हें ‘ट्रेजडी किंग’ भी कहा जाता था। दिलीप कुमार ने अपने करियर की शुरुआत साल 1944 में आई फिल्म ‘ज्वार भाटा’ से की थी। चलिए आज हम आपको इस फिल्म से जुड़ा एक रोचक किस्सा बताते हैं। जब दिलीप कुमार से ऐसी गलती हो गई थी जिसकी वजह से एक्ट्रेस के शरीर में तेज दर्द हो गया था।
हुआ कुछ यूं था कि दिलीप कुमार अपनी पहली फिल्म को लेकर काफी उत्साहित थे। उन्हें एक सीन में भागकर सुसाइड कर रही एक्ट्रेस को बचाना था। निर्देशक अमिया चक्रवर्ती ने उन्हें पूरा सीन समझा दिया लेकिन शूट शुरू होते ही दिलीप कुमार तेज भागने लगे। उन्हें कई बार समझाया गया कि आप कैमरे से तेज भाग रहे हैं, कैमरे के हिसाब से भागें लेकिन हर बार दिलीप साहब तेज दौड़ते थे। कई रीटेक हुए सभी परेशान हो गए थे लेकिन बार-बार भागने से वह अपने आप थककर आराम से भागने लगे और शॉट पूरा हुआ।
दिलीप कुमार के इस बर्ताव से फिल्म की एक्ट्रेस के साथ सभी परेशान हो गए थे और रही सही कसर दूसरे शॉट में पूरी हो गई। दूसरे शॉट में दिलीप कुमार को एक्ट्रेस को बाहों में लेना था लेकिन वह शर्मा रहे थे। दोबारा रीटेक पर रीटेक होने लगे और इससे सभी परेशान हो गए। तब एक्ट्रेस से रहा नहीं गया और दिलीप कुमार डांटते हुए कहा कि अच्छे से पकड़ो, जब मुझे कोई दिक्कत नहीं है तो तुम्हें क्यों परेशानी हो रही है।
यह सुनकर दिलीप साहब उर्जा से भर गए और पूरे जोश के साथ एक्ट्रेस को बाहों में भर लिया। दिलीप कुमार ने गलती से एक्ट्रेस को पूरी जान लगाकर गले लगा लिया कि एक्ट्रेस शॉट खत्म होने के बाद दर्द से चिल्लाने लगी। हीरोइन ने कहा कि उन्होंने इतनी तेज पकड़ा कि शरीर पर निशान पड़ गए और दर्द होने लगा।