बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड को लेकर छिड़ी इनसाइडर-आउटसाइडर, और नेपोटिज्म की बहस में अब फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा भी कूद पड़े हैं। रामू ने सुशांत की मौत के लिए करण जौहर को जिम्मेदार ठहरा रहे लोगों को जमकर लताड़ा है। फिल्ममेकर ने एक के बाद एक सिलसिलेवार तरीके से कई ट्वीट किये। राम गोपाल वर्मा ने नेपोटिज्म को जायज ठहराते हुए करण जौहर का सपोर्ट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘अमिताभ बच्चन सहित कई लोग पहले आउटसाइडर ही थे और अगर सुशांत 15-20 साल और रुक जाते तो वह भी इनसाइडर बन जाते और अपने बेटे को लॉन्च कर रहे होते।’

रामू के इन ट्वीट्स के बाद लोग उन्हें जमकर ट्रोल करते दिखे, एक यूज़र ने रामू को ट्रोल करते हुए लिखा,  ‘किसी को अपनी फिल्म में लेना न लेना फिल्ममेकर की च्वाइस हो सकती है लेकिन किसी को फिल्मों से निकलवाना ये कहां तक जायज़ है। बॉलीवुड में इस तरह के गैंग चलते हैं। आप इस बारे में मत बोलिये और सो जाइए।’ वहीं एक अन्य यूजर ने राम गोपाल वर्मा को जवाब दिया, सुशांत सिंह राजपूत जैसेे होन हार अभिनेता के हाथों से फिल्में छीनना, उनकी फिल्मों को डिब्बा बंद करवाना, उनके लिए इसे स्वीकार कर पाना काफी मुश्किल था। वो भी ऐसे एक्टर के लिए जो इंजीनियरिंग छोड़कर अपने एक्टिंग के जुनून के लिए फिल्मों में आया था।

वहीं रामू ने नेपोटिज्म को लेकर लिखा, ‘नेपोटिज्म के बिना समाज बिखर जाएगा क्योंकि परिवार से प्यार ही समाज का मूल आधार है। जिस तरह आप किसी और की पत्नी से ज्यादा प्यार नहीं कर सकते हैं और आप दूसरों के बच्चों से भी अपने बच्चों जितना प्यार नहीं कर सकते।’ इसके बाद उन्होंने लिखा, ‘जो भी हुआ उसके लिए करण जौहर पर आरोप लगाना ये दर्शाता है कि लोगों को फिल्मों की समझ नहीं है। अगर ये मान भी लिया जाए कि करण को सुशांत से दिक्कत थी, तो भी ये सामने वाले की पसंद है कि वो किसके साथ काम करना चाहता है, जैसे कि हर फिल्ममेकर की पसंद होती है, वो किस एक्टर के साथ काम करना चाहता है।’

रामू ने आगे कहा, ‘सोशल मीडिया पर जो शोर मच रहा है कि एक सुपर टैलेंटेंड एक्टर को साइड लाइन कर दिया गया। सच ये है कि ये दर्शक ही हैं जो सुशांत से ज्यादा बाकी एक्टर्स का काम देख रहे थे और करण जौहर इन लोगों के सिर पर बंदूक रखकर अपनी फिल्में नहीं दिखवा रहे थे।’ बता दें रामू अपने बयानों के लिए अक्सर ही ट्रोलर्स के निशाने पर आ जाते हैं।