उत्तर भारत के किसान लगातार नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब हरियाणा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान सड़कों पर हैं। किसानों ने देश की राजधानी दिल्ली आने वाले कई रास्तों को बंद कर दिया है। किसान आंदोलन को लेकर तरह-तरह की बात की जा रही हैं। ताजा ट्वीट बॉलीवुड फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री का आया है।
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट करते हुए कहा है,’ फेक सिख किसानों के ज्यादातर नए हैंडल पाकिस्तान और चीन द्वारा खोले गए हैं। वो भारत में अपने अर्बन नक्सल एजेंट और कांग्रेस के साथ मिलकर विभाजन पैदा करना चाहते हैं। मैं अपने सिख भाईयों से अनुरोध करूंगा कि इनके जाल में ना फंसे। किसानों का आंदोलन हाईजैक हो चुका है।’ विवेक रंजन अग्निहोत्री के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
श्रुति सागारिका नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा है,’यह हमारे दुश्मनों और एंटी नेशनल लोगों का बीच का मेलजोल है। रोटी देने के नाम पर आंदोलनकारियों में राष्ट्रविरोध समाविष्ट कर रहे हैं।’ रामरतन जाखड़ नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’तुम्हारा क्या बिगाड़ा है किसानों ने मोदी तो अड़ानी अंबानी से बिका हुआ है, क्या तुम्हारा भी जमीर मर गया ?’
Most of the new handles of fake Sikh farmers have been opened by Pakistan and China. They want to create a divide in tandem with Congress and their #UrbanNaxals agents in India. I request all my Sikh brothers not to fall in this trap. #FarmersProtestHijacked
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) December 5, 2020
मृत्युंजय शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’पर ये बात आपके बॉलीवुड वालों को क्यों नहीं आती समझ। पिछले कुछ दिनो से देख रहा हूं ना जाने कितने गायक,कलाकार लोगों ने अनाब-शनाब बोल दिया है। सरकार भी ईमानदारी से इस मसले को हल करना चाहती है पर कुछ लोग तो है जो होने नहीं दें रहे। कुछ घर के,कुछ बाहर के।पर्दा उठेंगा,लोग बेनक़ाब होंगे।’
धर्मेंद्र कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’यही सच्चाई है,इतना समझ लो अगर शांतिप्रिय कौम किसी आंदोलन में मदद करने लग जाएं और रविश कुमार, राजदीप, बरखा जैसे लोग उस आंदोलन का समर्थन करने लगे तो समझ लेना सरकार ने जो भी फैसला लिया होगा वो राष्ट्र टहित में ही फैसला होगा।’ अलका नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा है,’जिस कांग्रेस ने 1984 मे हजारों सिखों का कत्लेआम किया, कितने शर्म की बात है आज वही सिख भाई उसी पार्टी के बिछाये जाल में फंसकर अपना ही नुकसान कर रहे हैं।’