साउथ सुपरस्टार प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म आदिपुरुष को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म अपने संवादों और खराब वीएफएक्स के चलते सबके निशाने पर बनी हुई है। हालांकि विवादों के बाद फिल्म के कई डायलॉग्स में बदलाव किया गया।

लेकिन फिर भी फिल्म लगातार विवादों का सामना कर रही है। अब यह मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है। जहां कोर्ट ने फिल्म के मेकर्स को फटकार लगाई है। इसके अलावा फिल्म को लेकर ऑडियन्स से लेकर सेलेब्स तक सभी ने अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

अब इस विवाद पर सीबीएफसी बोर्ड के सदस्य और फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने चुप्पी तोड़ी है। विवेक ने कहा है कि जब आस्था की बात आती है तो लॉजिक काम नहीं करता है। इसी के साथ निर्देशक ने फिल्म के आसपास हो रहे पूरे विवाद के बारे में भी बात की है।

आदिपुरुष को लेकर क्या बोले विवेक अग्निहोत्रा

इंडिया.कॉम के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में, ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि ‘मैं सीबीएफसी बोर्ड का हिस्सा हूं। हम प्रमाणन के लिए फिल्म नहीं देखते हैं। फिल्म को आम आदमी और महिलाएं देखते हैं। मुझे नहीं पता कि फिल्म का किस स्तर पर क्या हुआ और इसे किसने देखा। मैंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है। मैं द वैक्सीन वॉर की शूटिंग में व्यस्त था। मैंने कुछ दिन पहले ही फिल्म पूरी की है। इसलिए, मुझे आदिपुरुष के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। अगर आप मेरे पुराने बयान और कमेंट्स देखेंगे, तो मैं आम तौर पर अन्य फिल्मों के बारे में बात नहीं करता हूं। मैं दूसरों द्वारा बनाई जा रही फिल्मों पर कभी कोई राय नहीं देता, चाहे वह अच्छी हो या बुरी। हालांकि, मैं कहूंगा कि आस्था के मामले काफी संवेदनशील होते हैं।’

आस्था के आगे लॉजिक नहीं चलते

विवेक रंजन अग्निहोत्री ने आगे कहा कि ‘आस्था की जो चीजें हैं, उसमें हमें बहुत ही जिम्मेदार और संवेदनशील रहना चाहिए। आपकी क्या आस्था है, किसी की क्या आस्था है… जैसे किसी का बच्चा है और मां को लगता है कि मेरा बच्चा दुनिया में सबसे सुंदर है, तो मुझे कोई हक नहीं है बोलने का कि वो थोड़ा कम सुंदर है या सुंदर नहीं है। वो मां की आस्था और प्रेम है। प्रेम और आस्था के मामले में सारे लॉजिक फेल हो जाते हैं और उसपर ठेस पहुंचाना, उसको आहत करना, अपने आप में पाप-पुण्य कार्य है।’