देश में हो रहे दंगो पर मजहब के हिसाब से प्रतिक्रिया देने का आरोप कई लोगों पर लगता है। समाज के कई लोग सिर्फ हिंदुओं के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो कुछ सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ आवाज उठाकर भाईचारे की बात करते हैं। हाल ही में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद भी यही हुआ। इसी पर फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर लिखा कि “हिंदू कट्टरपंथियों के खिलाफ उठने वाली आवाजें जब मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ खामोश रहती हैं तो ये भी फिक्र की बात है।” इस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि ‘रहने दीजिए सर आपसे ना हो पायेगा। आप भी दोनों तरफ वाले निकले।’

राजन चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘दोनों ओर के कट्टरपंथी एक जैसे ही हैं, उनमें कोई फर्क नहीं। उनके कट्टरपंथी में पिसते हैं दोनों ओर के भले लोग। इसलिए दोनों ओर के भले लोगों को अपने-अपने ओर के कट्टपंथियों को चिन्हित कर उनका हर तरह से बहिष्कार कर देना चाहिए, काफी राहत मिलेगी।’ आदिल शेख नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे भड़काऊ भाषण हिंदू देते हैं, मस्जिद में भगवा लगाते हैं, सब वो करते हैं और अगर मुसलमान रोक लिया तो वो कट्टर हो गया, गजब है।’

रोहित नाम के यूजर ने लिखा,’इनको क्या हो गया आज?’ विवेक मिश्र नाम के यूजर ने जवाब में लिखा कि ‘सद्बुद्धि आ गई।’ मिथलेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सौ ट्वीट किए होंगे आपने हिन्दू कट्टरवाद के लिए।कमेंटबॉक्स में 100% मुस्लिम और 80% हिन्दू आपके साथ खड़ा हो जाता है। एक ट्वीट किया मुस्लिम कट्टरवाद को लेकर कमेंटबॉक्स चेक कर लीजिए, कितने मुस्लिम आपके साथ हैं।’

अभिजीत श्रीवास्तव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बचपन से आज तक जितना पढ़ा है. उसमें सबसे बड़ा झूठ ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ ही लगता है। शायद ऐसा कभी था ही नहीं बस एक ‘राजनीतिक एजेंडे’ को सेट करने के लिए ये गढ़ा गया।’ संजीव मदान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘साहब आप को किसी बात से क्या लेना देना, आप तो बस भारतीय जनता पार्टी और इनकी सरकारों के विरुद्ध अपना ऐजेंडा चालू रखो, जिस काम के लिए आप मशहूर हो।’

नदीम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘कट्टरपंथी तो कट्टरपंथी होते हैं। इनकी भी अपनी गंगा-जमुनी तहजीब है। एक दूसरे को खूब बढ़ावा देते हैं।’ आशा पटनायक नाम की यूजर ने लिखा कि ‘हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, आप समझिए इसे। आपका ही नहीं, हर उस व्यक्ति के लिए सम्मान है मेरे दिल में जो देशहित की सोच रखता है।’