फिल्ममेकर अशोक पंडित सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं, वो आए दिन अपने ट्वीट्स के जरिये तमाम सामाजिक एवं राजनैतिक गतिविधियों पर अपनी नज़र बनाए रहते हैं। ताज़ा मामला बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से जुड़ा हुआ है। हाल ही में एमनेस्टी इंडिया के पूर्व प्रमुख आकार पटेल ने अमिताभ बच्चन सहित अक्षय कुमार और सचिन तेंदुलकर को लेकर एक ट्वीट कर अवसरवादी बताया जिस पर अशोक पंडित भड़क गए। एक्टर ने लिखा, ‘अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार और सचिन तेंदुलकर मध्यम वर्ग के अवसरवादी हैं। वे हमें दिखाते हैं कि पैसा क्लास जैसी चीज नहीं है।’
Will you keep your mouth shut . ? https://t.co/Eg35OBoyB4
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 11, 2020
एमनेस्टी इंडिया के पूर्व प्रमुख आकार पटेल के इस ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा, ‘अपना मुंह बंद रखो’ जिसके बाद यूजर्स ने भी इस ट्वीट के बाद यूजर्स भी ट्रोल करने लगे। अशोक के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, ‘शर्म आनी चाहिए आकार पटेल को और ये कौन से लोग हैं जो ऐसे व्यक्ति को फॉलो भी कर रहे हैं।’
वहीं एक अन्य यूजर ने आकर पटेल के लिए लिखा, ‘एक अच्छा सा मुहूर्त देख कर मर क्यों नहीं जाते तुम’ आकर की ट्रोलिंग का सिलसिला यहीं नहीं थमा एक अन्य यूज़र ने गु्स्सा निकालते हुए कहा, ‘इंसानियत कहीं बेच खाई है क्या आपने।’
गौरतलब है कि ये पहला मौका नहीं है जब अशोक पंडित ने किसी मुद्दे को लेकर अपनी राय रखी है। वो इससे पहले भी सरकार के विरोधियों के खिलाफ खुलकर अपनी आवाज़ उठाने के लिए जाने जाते रहे हैं। बीते दिन जब राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।’ राहुल के इस ट्वीट पर अशोक पंडित ने पलटवार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अलगाववादी नेता यासीन मलिक के साथ तस्वीर शेयर कर लिखा, ‘कई आतंकवादियों से अच्छी है दोस्ती। न जाने कितने लोगों को इनसे मरवाया और आगे भी मरवा सकते हैं।’
जिसके बाद यूजर्स भी मज़े लेते नज़र आए थे, एक यूज़र ने मनमोहन सिंह के लिए लिखा, ‘मोनी बाबा के समय सबकी चांदी थी फिर चाहे आतंकवादी ही क्यों ना हो।’ वहीं एक अन्य यूज़र ने अशोक पंडित के इस ट्वीट पर राहुल गांधी से मज़े लेते हुए उन्हें टैग कर लिखा, ‘सच बोलो ये ट्वीट तुमने लिखा है? मुझे तो नहीं लगता? जिसको ये नहीं पता कि ” सवाल का जवाब” या ” जवाब का सवाल” होता है, वो ये ट्वीट लिख दे, बात हजम नहीं होती।