निर्देशक- जैनेंद्र जिज्ञासु
कलाकार-टॉम अल्टर, मनोज बख्शी
पेड़, पौधे और जंगल को बचाने के लिए जनचेतना पैदा करने के मकसद से बनाई गई फिल्म है ‘हमारी पलटन’। फिल्म का दूसरा मकसद अलग अलग वर्गों से बच्चों के बीच प्रेम और सदभाव भी पैदा करना है। और इस हिसाब से यह एक प्रशंसनीय फिल्म है। लेकिन साथ यह भी कहना पड़ेगा कि इसमें एक कच्चापन भी मौजूद है जिसकी वजह से मूल संदेश थोड़ा कमजोर पड़ जाता है।
यह टॉम अल्टर की आखिरी फिल्म है और इसमें उन्होंने एक ऐसे अवकाशप्राप्त अध्यापक की भूमिका निभाई है, जो पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहता है। वह गरीब और ग्रामीण बच्चों की शिक्षा के लिए भी काम करता है। और इसी कारण निहित स्वार्थों में लगे लोग उसकी हत्या कर देते हैं। उसके मरने के बाद क्या वह काम रुक जाएगा, जो उसने शुरू किया था या वे बच्चे कुछ करेंगे जिनको उससे पर्यावरण की रक्षा का सबक मिला था?
बतौर अभिनेता टॉम अल्टर की भूमिका आकर्षित करनेवाली है। यह फिल्म एक तरह से उनको श्रद्धांजलि भी है। पर निर्देशक जिज्ञासु अगर इस फिल्म पर और मेहनत करते तो बेहतर होता। कई दृश्य बनावटी लगते हैं और कहानी को जिस तरह हड़बड़ी में निपटाया गया है, उससे लगता है कि निर्देशक में कलात्मक संयम की कमी है। फिर भी इस फिल्म में एक सकारात्मकता तो है ही।