CineGram: दिग्गज अभिनेत्री फरीदा जलाल ने फिल्म आराधना में सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ काम किया था। मगर फरीदा ने कहा कि ये कोई अच्छा अनुभव नहीं था। उन्होंने राजेश खन्ना को एक ‘घमंडी’ कहा, जिनकी लोकप्रियता फिल्म की सफलता के बाद आसमान छू गई। उन्होंने राजेश खन्ना की फीमेल फैन फॉलोइंग को लेकर भी बात की।
अशोक पंडित के शो में फरीदा जलाल ने कहा कि कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि राजेश खन्ना को गजब की लोकप्रियता मिली थी। उसके बाद कोई और उस स्तर की प्रसिद्धि के करीब नहीं पहुंच पाया। फरीदा जलाल ने बताया कि आराधना के वक्त तक उनकी लोकप्रियता इतनी ज्यादा नहीं थी मगर उन्हें अच्छे ऑफर मिल रहे थे। मगर फिल्म सुपरहिट होने के बाद तो वो अलग लेवल के हिट एक्टर बन गए। फरीदा जलाल ने बताया कि आराधना में उनके साथ काम करना कोई बहुत अच्छा अनुभव नहीं था। हमारी दोस्ती भी सेट पर नहीं हुई थी वो फिल्म की रिलीज के बाद हुई थी। फरीदा ने याद करते हुए कहा कि एक बार, मैंने एक और रिहर्सल के लिए कहा, और उन्होंने झल्लाकर कहा, ‘आपको कितने रिहर्सल की ज़रूरत है?’ मैं बहुत निराश हो गई थी।”
उन्होंने शर्मिला टैगोर की तारीफ की और कहा जब भी चीजें बहुत मुश्किल होती थीं, तो वे हमेशा उनके लिए खड़ी रहती थीं। उन्होंने कहा कि राजेश खन्ना के साथ उनकी दोस्ती तब हुई जब फ़िल्म ब्लॉकबस्टर बन गई थी, और वे देश भर में घूम रहे थे। लेकिन फिर भी, राजेश की इस बात से उन्हें चिढ़ होती थी जब वो अपना बखान करते हुए कहते, “लड़कियाँ कैसे उन पर फ़िदा हैं”, फरीदा जलाल ने कहा, ”मैंने अपनी आँखों से देखा है। लड़कियां उनसे अलग अलग बॉडी पार्ट्स पर ऑटोग्राफ लेती थीं। लड़कियों की कतारें होती थीं, और मैं हैरान रह जाती थी। मन करता था इन लड़कियों को मैं मारूँ। मुझे लगता था कि उनमें कोई आत्म-सम्मान नहीं है, और वह मेरी तरफ़ देखकर मुस्कुराते थे। मैं बहुत नाराज़ होती थी। ये लड़कियाँ हैं कोई? यहाँ तक कि रिंकू दी (शर्मिला टैगोर) भी शर्मिंदगी से अपना सिर पकड़ लेती थीं।”
इससे पहले बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में फरीदा जलाल ने कहा था, ”राजेश खन्ना स्टार बने आफ्टर आराधना, लेकिन उस वक्त तक तो फिल्में ऑफर वगैरह बहुत थे और और सेट पर तो जरा घमंड वगैरह भी आ गया था उनमें। वो तो हो रहा था लेकिन आराधना की रिलीज के बाद तो उफ्फ। उस वक्त जब फिल्म रिलीज हुई तो आज कल की फिल्मों की तरह नहीं। 25 हफ्तों में सिल्वर जुब्ली, 50 हफ्तों में गोल्डन जुब्ली हमारी आराधना तो डायमंड जुब्ली कर गई ना। हम उस वक्त हर शहर में जाते थे, हमें अवॉर्ड मिलते थे और जो हम लड़कियां देखते थे ना जो आती थीं, बाबा रे बाबा पागल हो गई थीं उनके पीछे। आ-आकर गिरती थीं वहीं पर। लड़कियां गिर रही हैं पड़ रही है, कोई बोलता है यहां साइन करो कोई बोलता है यहां साइन करो (अलग अलग बॉडी पार्ट्स पर), मुझे अजीब लगता था और वो मेरी तरफ देखकर गर्व से कहते- देखा स्टार हूं मैं।”