गीतकार और कवि जावेद अख्तर ने अपने बच्चों – फरहान अख्तर और जोया अख्तर को ऐसे माहौल में बड़ा किया है, जहां धर्म को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता है। जावेद अख्तर का कहना है कि उन्होंने अपने बच्चों को वेल्यू सिखाने के बजाय उन्हें ऐसे फैसले लेना सिखाया जो उदाहरण बन सकें। गीतकार ने बताया कि फरहान ने अपनी बेटियों शाक्या और अकीरा के जन्म प्रमाण पत्र पर धर्म भी नहीं लिखा है। उन्होंने “नॉट एप्लिकेबल” का ऑप्शन चुना।

साइरस के साथ इंटरव्यू में गीतकार से पूछा गया कि उन्होंने अपने बच्चों को जीवन के क्या पाठ पढ़ाये हैं। इसपर जावेद ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि आप क्रैश कोर्स में ज्ञान दे सकते हैं। यह संभव नहीं है। बच्चे वह नहीं करते जो आप उन्हें करने के लिए कहते हैं, वे वही करते हैं जो आप करते हैं। वे देखते हैं कि आपके नैतिक मूल्य क्या हैं, आपके विचार क्या हैं, आप जीवन में क्या महत्व देते हैं। आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है? ये सब उनमें चला जाता है।”

फरहान अख्तर और जोया, जावेद की पूर्व पत्नी और उनके बच्चे हैं। उन्होंने कहा, “मेरे दोनों बच्चे धार्मिक नास्तिक लोग हैं। वास्तव में फरहान, जो उसकी बेटियां हैं उनके जन्म प्रमाण पत्र पर धर्म के आगे लिखा है ‘नॉट एप्लिकेबल’।” जावेद का कहना है कि बच्चों जैसा देखते हुए बड़े होते हैं वह वही सब सीखते हैं।

उन्होंने आगे कहा, “जो नैतिकता, रवैया आपके चारो तरफ है, उसकी दो प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, या तो आप इससे इतना नाराज हो जाते हैं कि आप उसके बिल्कुल विपरीत हो जाते हैं या आप उसमें ढल जाते हैं।”

वहीं बात अगर फरहान अख्तर की करें तो वह दो शादियां कर चुके हैं। उन्होंने शिबानी दांडेकर से दूसरी शादी की है। और उनकी पहली पत्नी का नाम अधुना भबानी है, जिससे उनकी दो बेटियां हैं। फरहान अपनी बेटियों के साथ अक्सर सोशल मीडिया पर फोटोज शेयर करते रहते हैं।

कुछ महीनों पहले फरहान अख्तर ने अपनी बेटी की ग्रेजुएशन सेरेमनी की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की थी। जिसमें उनकी पहली पत्नी अधुना और दूसरी पत्नी शिबानी दोनों ही नजर आ रही थीं। इतना ही नहीं जावेद अख्तर और शबाना आजमी भी इन तस्वीरों में नजर आ रहे थे और उनके साथ जावेद की पहली पत्नी हनी ईरानी भी तस्वीर में थीं। फैमिली की इन तस्वीरों ने यूजर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा था।