बॉलीवुड अभिनेत्री दिव्या भारती महज 19 साल की उम्र में ही इस दुनिया से चल बसीं थीं। उन्होंने हिंदी सिनेमा में बस कुछ ही फिल्में की लेकिन एक बड़ी स्टार बन गईं थीं। दिव्या अपने दौर की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस थीं। दिव्या भारती की दोस्त और अभिनेत्री आयशा जुल्का ने बताया था कि वो हमेशा जल्दी में रहतीं थीं। उनको कहीं जाना होता तो बेहद जल्दी में होतीं। काम करना होता तो कहतीं कि जल्दी करो, जिंदगी बहुत छोटी है।
आयशा जुल्का ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्हें ये बता पता चली कि बालकनी से गिरकर दिव्या भारती की मौत हो गई है तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा था, ‘बहुत समय तक तो विश्वास ही नहीं हुआ। एक और अजीब बात है कि शायद वो खुद कुछ जानतीं थीं। वो हमेशा कहती थीं कि जल्दी करो, जल्दी चली, जिंदगी छोटी है।’
उन्होंने आगे बताया था, ‘उन्होंने साफ-साफ नहीं कहा लेकिन शायद इंसान को अंदर से एक इंपल्स होता है। उन्हें हर काम जल्दी करना था। उनको सबकुछ जिंदगी में जल्दी मिल रहा था। वो खुद कहती थीं कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है। ऐसा लगता है कि उन्हें पता रहा कि हमारे बीच ज्यादा वक्त तक नहीं रहना है।’
दिव्या भारती ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 14 साल की उम्र में तेलुगु सिनेमा से की थी। दिव्या भारती ने ‘विश्वात्मा’ फिल्म से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया और उनके गाने ‘सात समुंदर पार’ ने धूम मचा दी। इसके बाद वो गोविंदा के साथ ‘शोला और शबनम’ में नजर आईं। ये फिल्म भी हिट रही। शाहरुख खान की पहली फिल्म ‘दीवाना’ में भी दिव्या भारती का काम काफी पसंद किया गया।
दिव्या भारती ने दो सालों के अंदर ही 14 से अधिक हिंदी फिल्में बनाकर एक रिकॉर्ड कायम किया। दिव्या भारती फिल्म ‘लाडला’ के लिए शूट कर रहीं थीं, उन्हीं दिनों उनकी मौत हो गई। वो इस फिल्म का 80 प्रतिशत हिस्सा शूट कर चुकीं थीं। उनके निधन के बाद ये प्रोजेक्ट श्रीदेवी को मिला था।
कहा जाता है कि दिव्या भारती के जाने के बाद सेट पर कई डरावनी चीजें हुईं। जिस जगह दिव्या भारती अपने डायलॉग भूल जाती थीं, ठीक उसी जगह श्रीदेवी भी अपने डायलॉग्स भूलने लगीं। इस घटना से सेट पर मौजूद सभी लोग डर गए थे। इसके बाद शक्ति कपूर ने गायत्री मंत्र का जाप और पूजा पाठ करने की सलाह दी थी। पूजा के बाद दोबारा शूटिंग शुरू की गई थी।