एक समय बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्री दिव्या भारती का फिल्म जगत में जलवा था। दिव्या भारती ने महज तीन वर्षों में उतनी सफलता हासिल कर ली थी जितनी शायद ही कोई अभिनेत्री हासिल कर पायी हो। सबके दिलों की धड़कन बन चुकी दिव्या की खुद की धड़कन महज़ 19 साल की उम्र में बंद हो गयी थी। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, दिव्या भारती की मौत नशे की हालत में घर के बालकनी से गिरने से हुई थी। हालांकि अभी तक उनके मौत का कारण एक रहस्य बना हुआ है।
उस वक्त दिव्या का स्टारडम इतना था कि वो ज्यादातर डायरेक्टरों का पहली पसंद होती थीं। अगर कोई फिल्म दिव्या भारती नहीं करना चाहती थीं तभी किसी और अभिनेत्री को लिया जाता था। ऐसी ही एक फिल्म थी ‘लाडला।’ वही लाडला जिसमें श्रीदेवी और अनिल कपूर ने काम किया है। इस फिल्म में पहले दिव्या भारती को कास्ट किया गया था।
दिव्या भारती की मौत से पहले इस फिल्म की 80% शूटिंग हो चुकी थी। दिव्या की मौत के बाद उनकी जगह पर श्रीदेवी को कास्ट किया गया और 6 महीने बाद फिर से इसकी शूटिंग शुरु हुई। कहा जाता है कि दिव्या भारती इस फिल्म की शूटिंग के दौरान जिस सीन के डायलॉग बोलने में अटक जाती थीं, बिल्कुल उसी जगह बार- बार श्रीदेवी भी अटकने लगी थीं।
इस कारण सेट पर मौजूद सभी लोग डर गये थे। अभिनेता शक्ति कपूर ने गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी। जब गायत्री मंत्र का जाप और थोड़ा सा पूजा पाठ किया गया तब जाकर उस सीन की शूटिंग हो पायी थी।
मां के सपनों में आती थीं दिव्या- दिव्या भारती की मां ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मरने के बाद दिव्या अक्सर उनके सपने में आकर उन्हें जगाती थीं। इतना ही नहीं, उनकी मां ने यह भी कहा था किसी दिन जब उनको किसी काम से जल्दी जगना होता था तो दिव्या सपने में आकर उन्हें जगा देती थीं।
बता दें कि दिव्या भारती की मौत के बाद इनके पति साजिद नाडियावाला से एक महिला पत्रकार वर्धा अक्सर उनकी मौत पर स्टोरी कवर करने के लिए मिला करती थीं। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया और फिर शादी हो गई। ऐसा कहा जाता है कि शादी के बाद वर्धा के सपनों में भी दिव्या भारती आया करती थीं।
करीब 3 साल के करियर में 20 फिल्में- बॉलीवुड में आने के बाद एक साल में दिव्या ने 10 फिल्में की और कुल 14 हिन्दी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा उन्होंने 6 साउथ इंडियन फिल्में की। इस तरह दिव्या भारती लगभग 3 साल फिल्म जगत में रहीं और उन्होंने इतने कम समय में 20 फिल्में की।
1992 में दिव्या की पहली हिंदी फिल्म ‘विश्वात्मा’ रिलीज हुई थी। ये वही फिल्म है जिसका गाना ‘सात समुंदर पार’ आज भी काफी पसंद किया जाता है। इसके बाद दीवाना, दिल ही तो है, दिल आशना है, शोला और शबनम, दिल का क्या कसूर, रंग, क्षत्रिय, दुश्मन जमाना , जान से प्यारा, सतरंज जैसी फिल्में दिव्या ने की।
क्यों ज़माने से छिपाई थी अपनी शादी- फिल्म ‘शोला और शबनम’ जिसमें दिव्या भारती और गोविंदा लीड रोल में थे, की शूटिंग के दौरान साज़िद नाडियावाला से पहली बार दिव्या भारती की मुलाकात हुई। मुलाकातों का सिलसिला चलता रहा और उन्हें प्यार हो गया। 10 मई 1992 को दोनों ने शादी कर ली।
पर इन्होंने अपनी शादी को ज़माने के सामने ज़ाहिर नहीं होने दिया क्योंकि कहा जाता है कि शादी के बाद अभिनत्रियों का फिल्मी करियर लगभग खत्म हो जाता है। इसी दौरान उनकी फिल्म ‘शोला और शबनम’ रिलीज़ होने वाली थी, इसलिए उन्होंने अपनी शादी की बात को छिपा कर रखा।

