CineGram: बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार और सायरा बानो की मोहब्बत की कहानी सब जानते हैं, दोनों के प्यार और समर्पण के बारे में सब बात करते हैं, लेकिन एक समय ऐसा आया था जब दिलीप कुमार ने गुपचुप दूसरी महिला से शादी कर ली थी। दिलीप कुमार ने आसमा रहमान नाम की महिला से शादी की थी। जब दिलीप ने ये निकाह किया था उस वक्त उनकी शादी को 1 साल हो चुके थे। दिलीप कुमार और सायरा बानो की कोई संतान नहीं थी और उन्होंने बच्चे की चाह में दूसरी शादी कर ली थी। जिस वक्त दिलीप कुमार ने सायरा बानो से शादी की थी उस वक्त उनकी उम्र 44 साल थी। वहीं सायरा सिर्फ 22 साल की थीं। मगर शादी के 16 साल बाद यानी कि लगभग 60 साल की उम्र में दिलीप कुमार ने दूसरी शादी कर ली थी।

दुख और हैरानी की बात ये थी कि सायरा बानो को इस शादी की खबर अखबार से मिली। वो टूट गई थीं, पहले तो उन्हें यकीन नहीं हुआ लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो वो गहरे दुख में डूब गईं। दिलीप कुमार ने अपनी किताब द सब्सटेंस एंड द शैडो: एन ऑटोबायोग्राफी में इस घटना का जिक्र किया था और कहा था कि वो इस घटना के लिए खुद को कभी माफ नहीं कर पाया।

दिलीप कुमार ने अपने जीवन की इस घटना को याद किया और लिखा कि वह पहली बार हैदराबाद में एक क्रिकेट मैच में आसमा से मिले थे। ये मुलाकात एक स्टार और उसके फैन के बीच एक मासूम बातचीत के रूप में शुरू हुई। यह बातचीत धीरे-धीरे कुछ और बन गई। अभिनेता को बाद में पता चला कि इसके पीछे कुछ और ही मकसद था। दिलीप की मुलाकात आसमा से उनकी बहनों के ज़रिए हुई और उन्हें बताया गया कि वह शादीशुदा हैं और उनके तीन बच्चे हैं। उन्होंने लिखा, “मैं इस बात से पूरी तरह अनजान था कि एक साजिश को शरारती तरीके से अंजाम दिया जा रहा था।” उन्होंने 1982 में आसमा से शादी की और यह खबर सायरा के लिए बहुत बड़ा झटका थी, क्योंकि वह उन पर पूरा भरोसा करती थीं। दिलीप ने स्वीकार किया कि उन्होंने सायरा को बहुत दर्द दिया था। उन्होंने लिखा, “मैंने सायरा को जो दुख पहुंचाया और मुझ पर उनका अटूट विश्वास टूटा, उसके लिए मैं खुद को कभी नहीं भूल सकता या माफ नहीं कर सकता।”

दिलीप ने आखिरकार सायरा के सामने अपनी “गंभीर गलती” स्वीकार की और कुछ समय मांगा ताकि वह आधिकारिक तौर पर आसमा से तलाक ले सकें। उन्होंने लिखा, “जब मैंने अपनी गंभीर गलती स्वीकार की और इस गलती को सुधारने और सोलह साल के हमारी शादी को बचाने के लिए समय देने के लिए कहा, तो सायरा मेरे साथ खड़ी रहीं। मैंने सायरा से अनुरोध किया कि वह मुझे सब कुछ सुलझाने के लिए कुछ समय दें।” तलाक की कार्यवाही पूरी होने से पहले ही, दिलीप ने सायरा के माता-पिता से किए गए अपने वादे को पूरा करने की कोशिश में सायरा को एक कमिटमेंट लेटर साइन करके दिया कि दूसरी शादी को लेकर कभी कोई बात नहीं होगी।