मशहूर सूफ़ी गायक हंस राज हंस भले ही आज सुर्खियों से बाहर हो लेकिन 2014 में उनके साथ एक अनचाहा विवाद जुड़ गया था। दरअसल चार साल पहले हंस पाकिस्तान गए थे और वहां तीन दिन रूकने के दौरान उनके साथ कुछ ऐसा घटा था जिससे उनके फैंस के बीच हलचल मच गई थी। हंस के पाकिस्तान में होने के दौरान पाक मीडिया ने खबर चला दी कि हंसराज ने इस्लाम कबूल कर लिया है।

हंस को सूफी गायकी से बेहद लगाव है।

जाहिर है ये खबर भारत में भी आग की तरह फ़ैल गई। एक रिपोर्ट में आया कि क्योंकि हंस मक्का मदीना जाना चाहते हैं इसलिए उन्होंने अपना धर्म बदलकर इस्लाम कबूल कर लिया है। उस दौरान पाकिस्तान अफ़ेयर्स और यू न्यूज़ टीवी पोर्टल ने दावा किया था कि हंस पिछले काफी समय से इस्लामिक लिटरेचर की पढ़ाई कर रहे हैं और उन्होंने इस दौरान इस्लाम में आस्था बढ़ गई थी। यही कारण है कि उन्होंने इस्लाम अपनाने का फैसला किया है। रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया था कि हंस ने अपना नाम बदलकर मोहम्मद युसूफ रख लिया है लेकिन वो म्यूज़िक इंडस्ट्री में अपने वास्तविक नाम का ही इस्तेमाल करेंगे। हालांकि भारत में इन खबरों को हंस और उनके परिवार ने साफ तौर पर नकार दिय़ा था। हंस के बेटे ने इन खबरों को बेबुनियाद बताया था। नवराज ने कहा था कि उनके पिता बीमार है और वे जालंधर में इलाज करा रहे हैं।

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हंस ने भी इन सभी खबरों को बेबुनियाद बताया था। उन्होंने कहा कि एक पत्रकार ने मेरे बय़ान को तोड़ मरोड़ पेश किया। अगर वो पत्रकार थोड़ी जिम्मेदारी दिखाता तो मीडिया में फ़ैल रही अफवाहों और इन परिस्थितियों से बचा जा सकता था। उन्होंने कहा कि मैं इस्लाम की इज़्जत करता हूं लेकिन मैंने न तो अपना धर्म बदला है और न ही इस्लाम धर्म कबूल किया है। गौरतलब है कि हंस राज हंस का खास रूझान केवल सूफ़ी संगीत में ही है और सूफीवाद को इस्लाम का रहस्यवादी पंथ माना जाता है। हंस को इस फर्जी खबर के चलते विश्न हिंदू परिषद जैसे संस्थानों से धमकी भी मिलने लगी थी।