बॉलीवुड एक्टर सनी देओल ने अपनी फिल्मों से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सनी देओल जितने अच्छे एक्टर हैं, उससे कहीं ज्यादा अच्छे एक बेटे भी हैं। पिता धर्मेंद्र संग उनकी बॉन्डिंग भी काफी अच्छी है। हालांकि आज भी वह धर्मेंद्र से इतना डरते हैं कि उनके साथ एक कमरे में भी नहीं बैठते हैं। वहीं एक बार तो हालात ऐसे हो गए थे कि सनी देओल की एक गलती के कारण धर्मेंद्र को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा था। इतना ही नहीं, शर्मिंदगी के कारण ‘गदर’ एक्टर अपने पिता से आंखें भी नहीं मिला पाते थे।
कोईमोई की रिपोर्ट के मुताबिक साल 1999 में सनी देओल ने बॉबी देओल और करिश्मा कपूर के साथ ‘लंदन’ के नाम से एक फिल्म बनाने की कोशिश की थी। इस फिल्म के लिए सनी देओल ने गुरिंदर चड्ढा को निर्देशक के तौर पर असाइन किया था। फिल्म की शूटिंग भी शुरू की जा चुकी थी।
लेकिन सनी देओल और गुरिंदर चड्ढा में फिल्म को लेकर बहस हो गई, जिसके बाद निर्देशक शूटिंग बीच में छोड़कर चले गए। ऐसे में सनी देओल ने खुद फिल्म का निर्देशन करने का निर्णय किया। उन्होंने मूवी का नाम ‘लंदन’ से बदलकर ‘दिल्लगी’ रख दिया। इसके साथ ही उन्होंने करिश्मा कपूर की जगह उर्मिला मातोंडकर को फिल्म में बतौर लीड एक्ट्रेस चुना।
‘दिल्लगी’ फिल्म सनी देओल के निर्देशन में बनी और इसका कुल बजट करीब 60 करोड़ रुपये बैठा। हालांकि अच्छी स्टार कास्ट होने के बाद भी फिल्म पर्दे पर कमाल नहीं दिखा पाई और बॉक्स ऑफिस पर उसने केवल 21 करोड़ रुपये की ही कमाई की।
सनी देओल के निर्देशन में तैयार हुई इस मूवी में धर्मेंद्र ने पैसा लगाया था। वहीं फिल्म के फ्लॉप होने के कारण धर्मेंद्र को करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। इस घटना के बाद से ही सनी देओल लंबे समय तक अपने पिता से नजरें नहीं मिला पाए। इतना ही नहीं, उन्होंने यह बात भी ठान ली कि वह अब कभी अपने पिता की बातों के खिलाफ नहीं जाएंगे।
इससे इतर बता दें कि सनी देओल बचपन में धर्मेंद्र के गुस्से का भी शिकार हो चुके हैं। इस बात का खुलासा खुद धर्मेंद्र ने ‘इंडियन आइडल’ के मंच पर किया था।