फिल्मों में मनमौजी और मस्ती भरे अंदाज में दिखाई देने वाले धर्मेंद्र असल जिंदगी में भी बेफिक्रे किस्म के हैं। पार्टी करना और मस्ती भरे अंदाज में जीते रहना उनका जीवन जीने का तरीका रहा है। जब धर्मेंद्र फिल्मों की शूटिंग में आउटडोर भी रहा करते थे तब भी अपने साथ अपनी बॉटल साथ रखते थे। खबरों के मुताबिक धर्मेंद्र तो फिल्म शोले के सेट पर भी बीच-बीच में बियर के घूंट मार लिया करते थे। वहीं फिल्म की शूटिंग खत्म होते ही जाम हाथ में ले लिया करते थे। ऐसा ही एक वाक्या धर्मेंद्र ने खुद सुनाया था।
उस वक्त धर्मेंद्र काफी नशे में थे और अपने घर की चौखट पर दरवाजा खुलने का इंतजार कर रहे थे। धर्मेंद्र ने घर से बाहर निकलने से पहले ही अपने नौकर को कह दिया था कि जब वो वापस आएं तो दरवाजे को धीरे से खोले ताकि घर में सोए बाकी लोगों को इसकी भनक न हो। धर्मेंद्र ने उर्दू पत्रिका ‘रूबी’ में यह वाकया विस्तार से लिखा था। वरिष्ठ पत्रकार अजय ब्रम्हात्मज ने इस लेख को साझा किया है।
लेख में लिखा गया है- ‘रात को जब मैं 1 बजे के करीब अपनी पूरी तरंग में घर वापस आया, फ्लैट के दोनों दरवाजे बंद थे। मेरा खून खौल गया। मैंने नौकर को पुकारा मगर वो न जाने कंबख्त कहां मर गया था। काफी देर बाद उसने मेरे कमरे का दरवाजा खोलने के बजाय ड्राइंग रूम का दरवाजा खोला। ड्राइंग रूम में अंधेरा था। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। इसलिए लपक कर मैंने उसकी गुद्दी नाप कर कहा ‘साले मैंने तुझसे कहा था कि मेरे कमरे का दरवाजा खुला रखना। तूने ये दरवाजा क्यों खोला? अब जाकर मेरा कमरा खोल।’
धर्मेंद्र ने आगे बताया था-‘ मेरा इतना कहने पर उसने मुझे गिरेबान से पकड़ा और मेरी मां के कमरे में धकेलता हुआ ले गया। रौशनी में आकर मैंने देखा कि ये मेरा नौकर नहीं, मेरे वालिद थे।’
ऐसा ही एक और वाक्या है जब शूटिंग पर धर्मेंद्र बियर पीने लगे थे तो मौसमी चटर्जी ने भी उनसे थोड़ी सी मांग ली। ऐसे में धर्मेंद्र ने बड़ा ही मजेदार जवाब दिया था। वहीं शोले के सेट पर भी धर्मेंद्र से जुड़ा एक मजेदार किस्सा है।