बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र ने कई हिट फिल्मों में काम किया है। धर्मेंद्र अपने संघर्ष की कहानी भी कई प्लेटफॉर्म पर बता चुके हैं। धर्मेंद्र का जन्म पंजाब में हुआ था और यहां से एक्टर बनने के लिए मुंबई आए थे। बॉलीवुड हंगामा के साथ इंटरव्यू में उन्होंने अपने बचपन का एक और किस्सा साझा किया है। धर्मेंद्र ने बताया कि नंबर कम आने पर वह रिपोर्ट कार्ड ही फाड़ देते थे और एक बार तो रिपोर्ट कार्ड पाने के लिए पोस्ट ऑफिस पहुंच गए थे क्योंकि रिपोर्ट कार्ड पोस्ट से उनके घर भेजी जा रही थी।
रिपोर्ट कार्ड छिपाने के लिए गांव की तरफ भागे धर्मेंद्र: धर्मेंद्र कहते हैं, ‘मैंने अपनी रिपोर्ट कार्ड के साथ छेड़छाड़ की है। मैं अपना रिजल्ट निकालने के लिए फगवाड़ा से सानियाल गया था। हम लोग हेड क्लर्क को चाय पिलाते थे और बर्फी खिलाते थे तो मैं पहले ही अपना रिजल्ट ले लेता था। उसने कहा कि आपकी रजिस्ट्री बाबूजी को जा रही है। मैं इससे बहुत घबरा गया कि कहीं ये बाबूजी को मिल गई तो बाद में दिक्कत हो जाएगी। मैं अपने गांव सानियाल की तरफ भागा।’
धर्मेंद्र आगे बताते हैं, ‘मैं जब अपने गांव के पोस्ट ऑफिस पहुंचा तो वहां का पोस्टमैन था मिल्खे सिंह। मैंने वहां पहुंचकर उससे कहा कि एक बाबूजी की रजिस्ट्री आ रही है तू एक बार देखकर दे। वो नाराज हो गया। बोला- मैं यहां क्या बेकार बैठा हूं? मैंने कहा कि अच्छा ठीक है। उसने निकालकर मुझे रिपोर्ट कार्ड दी। मैंने उसे निकालकर फाड़ दिया। इस घटना के बाद मैं रो पड़ा और फिर घर चला गया। मैंने जाकर सब बता दिया कि मैंने ऐसा किया है और मुझे माफ कर दो।’
सनी देओल के बारे में क्या बोले धर्मेंद्र: बॉबी देओल इस दौरान अपने दादाजी को याद करते हैं। बॉबी कहते हैं, ‘जब हम भी स्कूल में पढ़ते थे तो दादाजी सबसे पहले हमारा रिजल्ट पूछते थे। वह अक्सर घर के बाहर बैठते थे और अगर नंबर कम होते थे तो हमारा रिजल्ट फेंक देते थे। हालांकि वह बेहद नरम भी थे। हमें बहुत प्यार करते थे।’ बॉबी बताते हैं कि उन्होंने ग्रेजुएशन की हुई है और वह अपने परिवार के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे इंसान हैं। धर्मेंद्र कहते हैं, ‘सनी देओल तो पढ़ाई करने में बिल्कुल मेरे जैसा था।’