दिल्ली की एक कोर्ट ने गुरुवार को बिग बॉस 10 के प्रतिभागी स्वामी ओमजी महाराज के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। यह वारंट उनके भाई द्वारा दर्ज कराए गए चोरी के केस में जारी किया गया है। कोर्ट ने बताया कि बार-बार तलब किए जाने के बावजूद वे कोर्ट में नहीं पहुंचे। चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सतीश कुमार अरोड़ा ने गिरफ्तारी वांरट जारी किया है। ओमजी को मामले की अगली सुनवाई की तारीख 3 दिसंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है। साथ ही उसके जमानत बांड को जब्त कर लिया गया है। जज ने कहा, ‘कई बार बुलाने के बावजूद भी आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ।’
बता दें, इससे पहले भी स्वामी ओमजी को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस बिग बॉस 10 के घर पहुंच गई थी। शो के शुरू होने के बाद इस बात का पता चला कि स्वामी पर 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमें चोरी, महिलाओं की अश्लील तस्वीरें खींचने, टाडा और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। जब दिल्ली पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए बिग बॉस के घर पहुंची तो उन्होंने घर से जाने के लिए मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उनसे कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवाए। इसके बाद पुलिस उन्हें बिना पकड़े ही वापस लौट गई। इससे पहले इस विवादित शो में पुलिस उस समय आई थी जब सोफिया हयात ने अरमान कोहली के खिलाफ बिग बॉस 7 में केस दर्ज कराया था।


चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने कहा कि कई बार फोन कॉल करने के बाद भी जब आरोपी कोर्ट नहीं पहुंचा और 14 अक्टूबर, 2016 के अदालती आदेश के बाद भी जब आरोपी नहीं आया तब कोर्ट ने 8 नवंबर को उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। स्वामी ओमजी के वकील ने 8 नवंबर के कोर्ट के आदेश पर भी 21 नवंबर तक स्थगन आदेश ले लिया लेकिन जब 21 नवंबर को भी स्वामी ओमजी हाजिर नहीं हुआ तो कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।

गौरतलब है कि बाबा के खिलाफ उनके भाई बहनों और दूसरे रिश्तेदारों ने ही नई दिल्ली के लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। बाबा पर उनके पड़ोसियों, रिश्तेदारों और सरकारी अफसरों के खिलाफ झूठी शिकायत करने का भी आरोप है। डिफेंस कॉलोनी के पुलिस अफसरों ने ओमजी के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किए थे। बाबा के पास महिलाओं की अश्ली तस्वीरें भी थी। कहा जाता है कि बाबा इन अश्लील तस्वीरों के जरिए महिलाओं को ब्लैकमेल करता था।

