कोरोनावायरस की भयावहता को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार निशाने पर है। देश में स्वास्थ्य व्यवस्था जिस बदहाली से जूझ रही है उसमें जान बचाए जा सकने वाले कोरोना संक्रमित मरीज भी दम तोड़ रहे हैं। ऑक्सीजन, दवाइयों, आईसीयू बेड्स की भारी किल्लत से राज्य जूझ रहे हैं और हर दिन दो हजार से अधिक संक्रमित मर रहे हैं। देश का बड़ा से बड़ा अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है और कई अस्पतालों में मरीज महज ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ रहे हैं। इसी बीच नरेंद्र मोदी सरकार ने यह ऐलान किया है कि पीएम केयर्स फंड से देशभर के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन के 551 प्लांट्स स्थापित किए जाएंगे।
सरकार के इस फैसले पर यह कहा जा रहा है कि जब आग लगी है तब सरकार कुंआ खोदने का काम कर रही है। पहले सरकार ने इस मामले में कुछ नहीं किया और जब स्थिति विकराल हो गई तब वो आक्सीजन प्लांट्स लगा रही है। इसी मुद्दे पर आज तक के डिबेट शो हल्ला बोल पर शो की एंकर अंजना ओम कश्यप ने बीजेपी नेता संबित पात्रा से सवाल किया।
अंजना ओम कश्यप ने कहा, ‘अगर हमने, हमारी मेडिकल टीम, हमारी सरकार ने यह तय किया होता कि ऐसी स्थिति आ सकती है तो यह ऑक्सीजन प्लांट्स अब नहीं बनाते, मतलब आग लगने के बाद हम कुआं नहीं खोदते। वैक्सीन की अफरातफरी बढ़ रही है महाराष्ट्र में, और उसकी दस्तक है लंबी कतारें। ऐसे ही महाराष्ट्र में केसेज बढ़ रहे थे और किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। आप बोलेंगे राज्य को ही देते हैं वैक्सीन, वो बोलेंगे केंद्र सरकार नहीं दे रही। आम जनता किससे पूछे?’
संबित पात्रा ने जवाब में कहा, ‘मैं आपको जवाब देता हूं और बिलकुल ठंडे दिमाग से ताकि लोग समझ सकें। वैक्सीन की पॉलिटिक्स के कारण शुरुआती दौर में बहुत वैक्सीन की बर्बादी हुई। आपको जानकर हैरानी होगी एक वायल खुलता था वैक्सीन का और लगभग एक आदमी को वैक्सीन देने के बाद पूरा बर्बाद कर दिया जाता था। मैं हाथ जोड़कर महाराष्ट्र सरकार से निवेदन करूंगा कि वो वैक्सीन की बर्बादी को रोके।’
ऑक्सीजन प्लांट्स को लेकर संबित पात्रा ने ड्रग कंट्रोलर जनरल की राज्यों को लिखी गई पिछले साल की एक चिट्ठी दिखाते हुए कहा, ‘इसमें कहा गया है कि सब राज्य आने वाले समय के लिए ऑक्सीजन बनाने पर बल दें। सबको चिट्ठी गई थी। महाराष्ट्र की बदइंतजामी का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ रहा है। 60 प्रतिशत केस वहीं से आ रहें और सबसे ज्यादा लोग वहीं मर रहे हैं।’