बॉलीवुड के मशहूर कॉमेडियन जॉनी लीवर ने कोरोनावायरस की वैक्सीन लगवा ली है। उन्होंने वैक्सीन लगवाने की अपनी कुछ तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की है। लेकिन उनके इस ट्वीट पर यूजर्स उन्हें खूब ट्रोल कर रहे हैं। जॉनी लीवर के पुराने वीडियोज़, जिनमें अभिनेता अंधविश्वास को  बढ़ावा देते दिख रहे हैं, को शेयर कर यूजर्स कह रहे हैं कि उन्होंने वैक्सीन क्यों बर्बाद की। दरअसल जॉनी लीवर कुछ समय काफी आध्यात्मिक हो गए थे और उनके अनुसार, वो लोगों की बीमारियों को हाथ लगाकर ठीक कर देते थे।

उनकी इसी बात को लेकर यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। काफिर नाम के यूजर ने जॉनी लीवर का एक वीडियो शेयर कर लिखा, ‘वैक्सीन की जरूरत कैसे पड़ गई, इसका इलाज नहीं है क्या तुम्हारे पास?’

बरनवाल नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘कुछ समय पहले तक ये पॉल दिनाकरन की संस्था में जुड़कर भोले- भाले हिंदुओं के बीच में सभी बीमारियों से मुक्ति का कार्यक्रम करते थे और दावा करते थे कि प्रार्थना से उनकी सभी बीमारियां ठीक हो जाएंगी। जिसे भगवान ने इतनी शक्तियां दी गई, इसे वैक्सीन की क्या आवश्यकता।’

 

नो कन्वर्जन नाम की एक यूजर ने जॉनी लीवर से सवाल पूछा, ‘क्या अब आपका विश्वास जादूई शक्तियों से खत्म हो गया है?’

रामकृष्ण हरी नाम के एक यूजर ने उनका पुराना वीडियो शेयर कर लिखा, ‘इस वीडियो के अनुसार, तुम वैक्सीन के अलावा इस तरीके से अपना इलाज कर सकते थे। फिर वैक्सीन क्यों बर्बाद किया?’

 

मनीष नाम के यूजर ने तंज कसा, ‘क्यों न इसको कोरोना वार्ड में भेजा जाए, सभी को छू कर कोरोना बाहर निकाल देगा।’

 

जॉनी लीवर कुछ सालों पहले अनुपम खेर के शो पर गए थे और उन्होंने वहां भी ऐसे ही कई घटनाओं का जिक्र किया था। जॉनी ने दावा किया था कि उन्होंने ऋतिक रोशन और राकेश रोशन की बीमारी को अपने प्रार्थना की शक्ति से ठीक कर दिया था।

 

उन्होंने अनुपम खेर से बात करते हुए कहा था, ‘राकेश रोशन जी को कोई तकलीफ थी, दो दिन से टेढ़े होकर चल रहे थे, शूटिंग पर भी। मैंने उनके लिए दुआ किया और उनका कंधा बिलकुल सीधा हो गया।’

 

उन्होंने आगे बताया था, ‘कहो न प्यार है की रिलीज के एक हफ्ते बाद हम लोग नासिक गए थे। राकेश रोशन ने मुझसे कहा कि मेरे बेटे ऋतिक रोशन को दिक्कत है, बचपन से ही लीवर में सूजन है। इतनी गोलियां खाता है और इसकी सेहत भी नहीं बनती। मैंने हाथ लगाकर प्रार्थना किया और कहा कि आज के बाद कोई सूजन नहीं, निकल जा सूजन। एक वो दिन और आज का दिन, कभी गोली नहीं खाई उसने।’