CineGram: दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार अपने जमाने के सबसे मशहूर एक्टर रहे हैं। हर एक्टर उनके साथ काम करना चाहता था, क्योंकि दिलीप कुमार का दबदबा इंडस्ट्री पर ज्यादा था तो उनकी फिल्मों में हीरोइन कौन होगी, इस फैसले में उनकी राय भी पूछी जाती थी। जब दिलीप कुमार ‘राम और श्याम कर रहे थे तो इस फिल्म के लिए सायरा बानो को लेने पर विचार किया गया, मगर दिलीप कुमार नहीं माने। उन्हें लगता था सायरा बानो में सिडक्टिव अपील नहीं थी।

उस वक्त दिलीप कुमार और सायरा बानो एक दूसरे के प्यार में नहीं पड़े थे। अपनी किताब में उन्होंने बताया कि वैजयंती माला को फिल्म में लिया गया था, लेकिन नखरे दिखाने के कारण उन्हें निकाल दिया गया। जल्द ही वैजयंती माला की जगह वहीदा रहमान को ले लिया गया लेकिन दूसरी नायिका की तलाश अभी भी जारी थी।

इसके बाद फिल्म के प्रोड्यूसर ने दिलीप कुमार के सामने सायरा बानो के नाम का सुझाव दिया। दिलीप ने किताब में लिखा, “नागी रेड्डी, सायरा और उनके टैलेंट के फैन थे और उन्हें यकीन था कि कॉमेडी सिचुएशन में मेरे साथ उनकी जोड़ी एक बेहतरीन होगी। चूंकि मेरी आदत थी कि मैं अपनी फिल्म बनते समय बहुत रुचि लेता था, इसलिए मैंने अपनी राय व्यक्त की कि मैं इस मुद्दे पर नागी रेड्डी से सहमत नहीं हूं क्योंकि मुझे लगा कि वह बहुत नाजुक और मासूम थीं, जबकि उस किरदार के लिए सिडक्टिव अपील और बोल्ड अपियरेंस चाहिए थी।”

इस फिल्म में महमूद चाहते थे मुमताज हों और दिलीप ने कभी दोनों में से किसी के भी साथ काम नहीं किया था और वो महमूद की बात भी मानना चाहते थे। आखिरकार मुमताज को वो रोल मिला।

नाराज हो गई थीं सायरा बानो

सायरा इस बात से काफी आहत हुईं। दिलीप ने किताब में बताया कि सायरा बानो इस बात से नाराज हो गई थीं कि फिल्म के लिए दिलीप कुमार ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया।

बता दें कि दिलीप कुमार और सायरा बानो की मोहब्बत की कहानी सब जानते हैं, दोनों के प्यार और समर्पण के बारे में सब बात करते हैं, लेकिन एक समय ऐसा आया था जब दिलीप कुमार ने गुपचुप दूसरी महिला से शादी कर ली थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…