शबाना आजमी ने साल 1984 में जावेद अख्तर के साथ शादी की थी। जावेद अख्तर के पहली शादी से दो बच्चे हैं जोया अख्तर और फरहान अख्तर, जबकि शबाना की कोई संतान नहीं है। हालांकि जावेद के बच्चों के साथ शबाना एक खास बॉन्ड शेयर करती हैं और उन्हें इस बात का जरा भी अफसोस नहीं है कि उनके खुद के बच्चे नहीं हैं। इसके बारे में शबाना ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था।
शबाना ने कहा था कि उन्हें उम्मीद थी वह अपने बच्चे न होने से निराश होंगी, ऐसा नहीं हुआ और वह इस बात को सोचकर हैरान थीं कि उन्होंने आसानी से इस बात को स्वीकार कर लिया कि वह मां नहीं बन सकतीं। साल 2000 में सिमी गरेवाल के साथ बातचीत में उन्होंने बच्चों और शादी को लेकर खुलकर बात की थी।
शबाना से एक कामकाजी आत्मनिर्भर महिला के लिए शादी के महत्व के बारे में पूछा गया था। जिस पर उन्होंने कहा कि उनका मामला अलग था क्योंकि उनके कोई बच्चे नहीं थे। “बच्चे पैदा करने में सक्षम न होने के कारण, एक तरह से ये आसान हो गए क्योंकि मैं अपना अधिक समय काम को दे सकती थी क्योंकि मुझे लगता है कि मदरहुड काफी डिमांडिंग है।”
जब शबाना से पूछा गया कि क्या यह उनके लिए बड़ी निराशा वाली बात है, तो उन्होंने कहा, “मैं इस फैक्ट से हैरान हूं कि ऐसा नहीं है। क्योंकि शुरुआत में मुझे विश्वास नहीं था कि मैं मां नहीं बनूंगी। मुझे पूरा यकीन था कि मैं इतनी खास और इतनी प्रिविलेज हू कि यह मेरा ऊपरवाले का दिया हुआ अधिकार है। और फिर भी, मैं इस बात से बहुत हैरान थी कि मैंने इसे कितनी आसानी से स्वीकार कर लिया। एक बार जब मुझे एहसास हुआ कि मेरे बच्चे नहीं हो सकते, तो मैंने इसे लंबे समय तक दिमाग में चलने नहीं दिया और खुद को दुखी नहीं होने दिया। मैंने बस अपना बैग पैक किया और वहां से आगे बढ़ गई। मैं कई बाकी उन चीजों के लिए बहुत आभारी हूं जो मैं कर सकी।”
क्यों गोद नहीं लिया बच्चा?
शबाना से पूछा गया कि उन्होंने बच्चा गोद क्यों नहीं लिया। इसपर उन्होंने कहा, “मैं कभी बच्चा गोद नहीं लेना चाहती थी। जब उनसे फरहान और जोया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह जावेद के बच्चों के साथ काफी फ्रेंडली हैं इसलिए उनकी बच्चों की जरूरत पूरी हो गई। वे बड़े हो गए हैं और वे ऐसे समय में हैं जब मुझे उनकी नैपी बदलने या उनके मलेरिया के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। वे प्रतिभाशाली बच्चे हैं जिनके साथ मैं विचारों का आदान-प्रदान करती हूं और इस उम्र में उनका होना खास है जहां वे आपसे वापस लड़ सकते हैं। आप देख सकते हैं कि जब वे आपके साथ बातचीत कर रहे होते हैं तो उनमें नए विचार पनप रहे होते हैं। यह एक ऐसा एज ग्रुप है जो मुझे बहुत पसंद है।” शबाना से पूछा गया कि क्या फरहान और जोया ने अपने पिता की दूसरी शादी का विरोध किया था तो उन्होंने बताया कि वह दोनों उस वक्त बहुत छोटे थे।