हिंदी सिनेमा की एवरग्रीन एक्ट्रेस रेखा का जीवन हमेशा सुर्खियों में रहा है। उन्होंने साल 1970 में हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखा था। अभिनेत्री ने फिल्म ‘सावन भादो’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन उन्होंने साउथ इंडियन फिल्मों में साल 1954 से ही बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करना शुरू कर दिया था। रेखा को उनके डांस के लिए भी जाना जाता है, लेकिन एक्ट्रेस की मानें तो उन्होंने कभी इसकी ट्रेनिंग नहीं ली और इस बात का उन्हें पछतावा होता है।

बीबीसी को दिए एक पुराने इंटरव्यू में रेखा ने इसके बारे में बताया था। रेखा के डांस को खूब पसंद किया जाता रहा है। इसी को लेकर उनसे पूछा गया था कि उन्होंने डांस करना सीखा कहां से है।

डांस न सीखने का है मलाल

इसपर एक्ट्रेस ने कहा था, “आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन मैंने कभी डांस सीखा ही नहीं, कभी नहीं सीखा। मेरे परिवार में यही है कि बचपन से सभी डांस करते हैं, मेरी मां, मेरी बहन। अगर प्रोफेशनली देखा जाए तो। हां! जबरदस्ती हम लोगों को डांसिंग स्कूल मम्मी ने भेजा था जरूर लेकिन मैंने कभी ध्यान से सीखा नहीं। अब मुझे लगता है काश मैं प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेती तो…” इसके अलावा रेखा ने कहा कि डांस एक ऐसी चीज है जिसे आप महसूस करते हैं तो हो जाता है। उन्होंने कहा, “अगर इसे आप आत्मा से महसूस करते हैं तो ये अंग-अंग में आ जाता है।”

जबरदस्ती बनीं एक्ट्रेस

रेखा ने ये भी बताया कि वह कभी एक्टर नहीं बनना चाहती थीं। उन्होंने कहा था, “आप कभी कभी किसी एक्टर को पूछेंगे तो वह कहेगा कि मेरा बचपन से शौक था कि मैं एक्टर बनूं। मेरा ऐसा नहीं था, मुझे तो मार-मारकर बनाया गया।” रेखा ने ये भी कहा कि शुरुआत के 6-7 साल उन्होंने अपने करियर को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने अपनी कोई फिल्म भी नहीं देखी।

इस मुकाम पर आकर एक्टिंग करियर को लिया सीरियस

रेखा ने बताया कि वह अपने करियर को गंभीरता से नहीं लेती थीं। उन्हें पहली बार फिल्म ‘घर’ को देखकर एहसास हुआ था कि वह एक्टिंग में बहुत कुछ कर सकती हैं और उन्हें एक्टिंग को सीरियस लेना चाहिए। रेखा ने बताया था कि इस फिल्म में उन्हें अपना ‘रेप’ सीन पसंद आया था। उनके मुताबिक उनकी एक्टिंग ने इस सीन को काफी रियल बना दिया था।