CineGram: बॉलीवुड के फर्स्ट सुपरस्टार राजेश खन्ना को कई बार प्यार हुआ, मगर जब भी उनके पहले प्यार का जिक्र होता है तो लोगों के दिमाग में अंजू महेंद्रू का नाम आता है, मगर अंजू राजेश खन्ना का पहला प्यार नहीं थीं। राजेश खन्ना को पहली मोहब्बत 12 साल की उम्र में हुई थी। जिस लड़की से इन्हें मोहब्बत हुई वो उसी बिल्डिंग में रहती थी जिसमें काका रहते थे। लड़की का नाम था सुरेखा और वो उम्र में उनसे बड़ी थी, उस लड़की की उम्र 15 साल थी। मशहूर राइटर यासिर उस्मान की किताब ‘कुछ तो लोग कहेंगे: राजेश खन्ना’ में काका की पहली मोहब्बत का जिक्र है। आइए जानते हैं क्या हो वो किस्सा।
किस्सा किस का: राजेश खन्ना और सुरेखा
अपने माता-पिता से जिद के बाद ली साइकिल से एक दिन राजेश खन्ना घूमने निकले। वो साइकिल मार्केट में नई लॉन्च हुई थी और नई साइकिल थी तो राजेश खन्ना भी पूरी स्पीड से चला रहे थे। अचानक उनका बैलेंस बिगड़ा और वो सीधा जमीन पर आकर गिर गए। राजेश खन्ना के घुटनों में चोट लग गई। राजेश खन्ना रोने लगे तो वो लड़की दौड़ती हुई आई और चोट को साफ करके उसपर एंटीसैप्टिक लगाया। राजेश ने देखा कि ये तो वही लड़की है जो अक्सर उन्हें देखा करती है। उसने काका के घुटने पर पट्टी बांधी और ऐसा करते हुए दोनों का चेहरा पास आ गया। राजेश खन्ना कुछ समझ पाते उससे पहले ही उस लड़की ने काका के होंठों पर लंबा किस किया। उनके साथ ये पहली बार हुआ था और सबकुछ ब्लैकआउट हो गया। राजेश खन्ना ने फिल्म जर्नलिस्ट और राइटर बन्नी रुबेन से उस घटना का जिक्र किया था और कहा था कि पहली बार उन्हें किसी से प्यार हुआ था।
राजेश खन्ना घर लौटे तो वो अपनी मां से नजर भी नहीं मिला पा रहे थे। वो भागकर छत पर गए और आंखें बंद करके वापस सबकुछ याद किया कि उनके साथ क्या हुआ था। फिर क्या सुरेखा और काका प्यार में डूब गए। दोनों अक्सर मिलते, साथ में खेलते यहां तक कि साथ सिनेमा भी देखने जाते थे। दोनों एक दिन मैटिनी शो देखने गए और उस दिन भी दोनों के बीच काफी कुछ हुआ।
…और फिर हमेशा के लिए चली गई सुरेखा
राजेश खन्ना को उस वक्त ज्यादा समझ नहीं थी क्योंकि उनकी उम्र कम थी लेकिन उन्हें सुरेखा के साथ रहना और वक्त बिताना खूब पसंद था। काका सुरेखा से सबकुछ शेयर करते, स्कूल की बातें, घर की बातें। जब सुरेखा उनसे नहीं मिलती थी तो वो परेशान हो जाते थे। एक दिन वो रोज की तरह सुरेखा से मिलने उसके घर पहुंचे मगर उन्होंने देखा कि सुरेखा के घर में ताला लटका है। काका ने सुरेखा के बारे में पता लगाया और फिर उन्हें पता लगा कि सुरेखा की शादी तय हो गई है और उसके माता-पिता उसकी शादी के लिए गांव लेकर गए हैं। उसके बाद सुरेखा कभी नहीं लौटी और सुरेखा से दूर होने का दुख राजेश खन्ना को लंबे समय तक था।
मैं कभी नहीं भूल सकता: राजेश खन्ना
सुरेखा के जाने के बाद काका की जिंदगी में कई और लड़कियां आईं, लेकिन उनकी जगह कोई नहीं ले सका। बन्नी रुबेन से राजेश खन्ना ने कहा था, ”मैं कभी नहीं भूल सकता कि सुरेखा ने मुझ पर क्या असर किया था।”