CineGram:1990 में आई महेश भट्ट के निर्देशन में बनी फिल्म ‘आशिकी’ को खूब पसंद किया गया था। फिल्म में राहुल रॉय और अनु अग्रवाल की लव स्टोरी को आज भी लोग याद करते हैं। उनके गाने, रोमांटिक सीन से लेकर हर एक सीन और डायलॉग यादगार हैं। कम ही लोगों को ये पता होगा कि इस फिल्म को टीवी पर रिलीज किया जाना था और इसका बजट भी बेहद कम था। दीपक तिजोरी जिन्होंने इसमें अहम किरदार निभाया है, हाल ही में उन्होंने इसके बारे में कई सारी अनसुनी बातें बताई हैं।
मंजू रमानन के साथ खास बातचीत में दीपक तिजोरी ने अपना अनुभव शेयर किया। उन्होंने कहा, “जब आशिकी बन रही थी, ये 40 लाख रुपये में बनाई जा रही थी। हमें लगा कि ये टीवी पर आएगी। जैसे गुलशन कुमार जी ने ‘लाल दुपट्टा मलमल का’ बनाई थी, इसे भी उसी तरह बनाया जा रहा था, एक छोटी फिल्म की तरह। हम उसी तरह ही ‘आशिकी’ पर काम कर रहे थे कि ये एक छोटी फिल्म है।”
गुलशन कुमार ने की थी मदद
दीपक तिजोरी ने बताया कि टी-सीरीज के फाउंडर दिवंगत गुलशन कुमार ने फिल्म को बनाने में अहम रोल निभाया। उन्होंने पहले इसके गानों को हिट बनाने का काम किया और फिर फिल्म के प्रोडक्शन पर काम हुआ।
तिजोरी ने कहा, “गुलशन जी ने ऐसा किया, उन्होंने पहले ये श्योर किया कि ‘लाल दुपट्टा मलमल का’ के गाने हिट हों और फिर उन्होंने फिल्म बनाई। उन्होंने ‘आशिकी’ के साथ भी ऐसा ही किया, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि गाने हिट हों और फिर उन्होंने भट्ट साहब को फिल्म बनाने के लिए कहा।”
पहले हिट हुए गाने फिर बनी फिल्म
बता दें कि ‘आशिकी’ के गाने नदीम-श्रवण ने कंपोज किए थे, जो बड़े हिट हुए। गाने के कारण ही फिल्म ज्यादा पसंद की गई थी। तिजोरी ने कहा जब गानों को पसंद किया गया उसके बाद गुलशन कुमार ने महेश भट्ट से कहा कि अब फिल्म बनाओ। तिजोरी ने कहा, “गाने खूबसूरत थे, उन्हें पसंद किया गया, जब जनता ने गानों को पसंद किया तो फिल्म बनाई गई। इसलिए, उन्होंने भट्ट साहब को बुलाया और उन्हें गाने सुनाए और उनसे कहा, ‘इसके ऊपर फिल्म बनाएं?’ भट्ट साहब ने वास्तव में ऐसा किया और फिल्म वैसी ही बनी और इसमें और भी कुछ गाने जोड़े गए थे और बाकी इतिहास है।”
इस फिल्म के वक्त अनु कपूर और महेश भट्ट को लेकर कई तरह की बातें हुई थीं। सालों बाद अनु ने उन अफवाहों ने पर चुप्पी तोड़ी थी। जानिए क्या बोलीं थी अनु अग्रवाल…
