CineGram: अरबपति मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी की तरह फिल्मी सितारों की शादियां भी खूब सुर्खियों में रहती है। हालांकि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और महान अभिनेत्री जया भादुड़ी की शादी बहुत साधारण तरीके से हुई थी। इनकी शादी में हर एक रस्म हुई थी, लेकिन बहुत ही सादगी से। इसका जिक्र खुद अमिताभ बच्चन के पिता महान कवि हरिवंश राय बच्चन ने किया था।
अपनी आत्मकथा, ‘इन द आफ्टरनून ऑफ टाइम’ में, अमिताभ के पिता, प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन ने शादी के बारे में खूबसूरती से वर्णन किया है और बताया है कि सभी रस्में इतने सादे तरीके से हुई थी और इसका कारण भी बताया है। उस वक्त अमिताभ बच्चन ‘नमक हराम’, ‘सौदागर’ और ‘ज़ंजीर’ जैसी फिल्में करने के बाद बड़े स्टार बन चुके थे और उनकी फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा थी। शादी में फैंस की भीड़ न इकट्ठा हो जाए, इसके कारण शादी को साधारण तरीके से परिवार के लोगों के बीच करने का फैसला लिया गया था।
उन्होंने बताया “जया के परिवार ने शादी के फंक्शन को बीच हाउस में अपने फ्लैट में नहीं बल्कि मालाबार हिल्स में स्काईलार्क बिल्डिंग की सबसे ऊपरी मंजिल पर एक दोस्त के घर पर आयोजित करने का फैसला किया।” यहां तक कि अमिताभ के पड़ोसियों को भी इस शादी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बच्चन परिवार ने जिन एकमात्र लोगों को आमंत्रित किया था, वे थे उनके रिश्तेदार जगदीश राजन और उनका परिवार, और तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी और उनका परिवार। हालांकि, इंदिरा इस शादी में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने बेटे संजय गांधी को भेजा।
बारात लेकर पहुंचे तो कुछ ऐसा हुआ
हरिवंश राय बच्चन ने अपनी किताब में आगे लिखा, “जया के माता-पिता चाहते थे कि शादी बंगाली तरीके से हो, जिस पर हमें कोई आपत्ति नहीं थी। पहले वर-पूजा था, दूल्हे का सम्मान, जिसमें जया के पिता मंगल (अमिताभ के निवास) पर उपहार लेकर आए थे और एक छोटी सी रस्म हुई।” उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद वह भी जया के लिए इस रस्म को निभाने बीच हाउस गए, लेकिन वह दुल्हन के अलावा कोई भी खुश नहीं दिखा।
उन्होंने आगे लिखा कि हल्दी की रस्म के बाद, बच्चन परिवार स्काईलार्क बिल्डिंग गया, जहां बिना किसी धूमधाम के उनका स्वागत किया गया। “हम लिफ्ट में ऊपर गए, जया अपनी दुल्हन की पोशाक में थी, और पहली बार, मैंने उसके चेहरे पर शर्म देखी और महसूस किया कि यह सुंदरता का एक खास पहलू है।”
बारात में गए लोग डिनर के बाद वापस आने लगे और परिवार के लोग वहां रुके। “हम वहां से निकलते उससे पहले मैंने अपनी नई बहू के पिता को बधाई दी कि उन्हें अमिताभ जैसा दामाद मिला। मैं सोच रहा था कि वो जया के लिए भी ऐसा कुछ कहेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि मेरा परिवार बर्बाद हो गया।” बता दें कि अमिताभ बच्चन और जया ने 3 जून, 1973 को एक दूसरे से शादी की थी।