Guru Dutt 100th Birth Anniversary: गुरु दत्त का जन्म 9 जुलाई 1925 में हुआ था और 1964 में 39 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई थी। उनके जीवन के साथ-साथ उनका करियर भी काफी कम उम्र में खत्म हो गया। मगर उनकी मौत एक पहेली बनकर रह गई, जिसे लेकर अलग-अलग दावे किए जाते रहे हैं। कुछ का मानना है कि उन्होंने आत्महत्या की थी। फिल्मों के लेखक अबरार अल्वी की मानें तो गुरु दत्त ने आत्महत्या की थी, क्योंकि वो ही आखिरी शख्स थे जो उनके साथ थे।
अबरार अल्वी ने अपनी किताब ‘टेन ईयर्स विद गुरु दत्त’ में इस बात का जिक्र किया है कि गुरु दत्त नशे में डूबे हुए थे और उन्होंने सुसाइड की थी। दरअसल गुरु दत्त की पर्सनल लाइफ में बहुत उथल पुथल हो चुकी थी, जिसके कारण वो डिप्रेशन में चल रहे थे। वो अपनी पत्नी गीता दत्त और अपनी बच्ची से अलग हो चुके थे और इसका कारण वहीदा रहमान को बताया जाता है। जिसके साथ गुरु दत्त के प्यार की चर्चा थी। उनकी पत्नी अपनी बेटी को लेकर गुरु दत्त से अलग रहने लगी थी और बेटी को पिता से मिलने भी नहीं देती थीं। अल्वी ने किताब में बताया है कि गुरु दत्त ने अपनी पत्नी से कहा था, “अगर बेटी का मुंह नहीं देखा तो तुम मेरा पार्थिव शरीर देखोगी।”
अबरार अल्वी ने किताब में बताया कि जिस सुबह गुरु दत्त का शव मिला, उससे एक रात पहले उन्होंने जमकर शराब पी थी। उन्होंने लिखा कि गुरु दत्त जितनी भी शराब पी लें कंट्रोल नहीं खोते थे, उस रात वो 1 बजे सोने चले गए, जबकि अबरार अपना राइटिंग वर्क कर रहे थे। ये पहली बार था कि गुरु दत्त बिना पढ़े चले गए। उनके जाने के बाद अबरार भी उनके घर से चले गए और फिर गुरु दत्त रात को 3 बजे फिर उठे और उन्होंने अपने असिस्टेंट से उनके बारे में पूछा भी। इसके बाद उन्होंने फिर शराब पी, उनके असिस्टेंट ने मना भी किया लेकिन वो नहीं माने।
गुरु दत्त ने की थी आत्महत्या
इसके बाद वो अपने कमरे में चले गए और जब सुबह हुई तो उनका शव मिला। अल्वी ने बताया है कि गुरु दत्त के कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया था। अल्वी ने बताया कि गुरु दत्त के कमरे में एक शीशी बरामद हुई थी, जिसके बाद ये बताया जा सकता था कि गुरु दत्त की मौत नहीं हुई, बल्कि उन्होंने आत्महत्या की है। अल्वी ने अपनी किताब में गुरु दत्त की मौत को लेकर एक लाइन लिखी है,’साकी से गिला था तुम्हें, मैखाने से शिकवा अब जहर से भी प्यास बुझाता नहीं कोई।’
मरने से पहले किया था राज कपूर को फोन
बताया जाता है कि गुरु दत्त ने अपनी आखिरी रात राज कपूर को फोन किया था और उन्हें अपने घर बुलाया था। मगर राज कपूर ने ये कहते हुए इनकार कर दिया था कि अब रात बहुत हो चुकी हैं मैं तुमसे कल शाम को आकर मिलता हूं। वो ये नहीं जानते थे कि अलगी सुबह गुरु दत्त इस दुनिया में ही नहीं होंगे।