फिल्मों की शूटिंग के दौरान एक्टर्स को छोटी-मोटी चोट लगने की खबर तो आती रहती हैं, मगर क्या किसी ने सोचा कि कभी किसी फिल्म के सेट पर मौत हो जाए, वो भी एक या दो नहीं पूरे 52 लोगों की। जी हां! ऐसा हुआ था, जब 1989 में आई भारतीय इतिहास पर आधारित फिल्म ‘द स्वोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान’ के सेट पर भीषण आग लग गई थी और इसमें फिल्म के एक्टर और डायरेक्टर भी बुरी तरह झुलस गए थे।

इस फिल्म का डायरेक्शन संजय खान कर रहे थे और इसमें एक्टर भी वो ही थे। उनके अलावा शाहबाज खान, मुकेश ऋषि, अनंत माधवन इसका हिस्सा थे। मैसूर में इसकी शूटिंग हो रही थी और सेट काफी छोटा था, उसमें कोई फायर एग्जिट भी नहीं थी, जिसके कारण जब आग लगी तो भगदड़ मच गई और लोग बाहर नहीं निकल पाए। इस  हादसे में कुल 52 लोगों की मौत हो गई थी। संजय खान भी बुरी तरह झुलस गए थे। बताया जाता है कि 65% जल चुके थे, उन्हें 13 महीनों तक अस्पताल में रहना पड़ा था और उनकी 73 सर्जरी हुई थी।

ये उस वक्त ऐसा हादसा था, जिसने सबको डरा कर रख दिया था। वेंटिलेशन की कमी के कारण और फायर एग्जिट ना होने के कारण कई लोगों की जानें चली गई थीं, बताया जाता है कि सेट का तापमान 120% हो गया था।

इस हादसे को लेकर संजय खान ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘द बेस्ट मिस्टेक ऑफ माय लाइफ’ में लिखा है। “शूटिंग शाम को शुरू हुई और कुछ घंटों बाद करीब रात के 8 बजे मैं अपने राइटर से बात करने गया। करीब आधे घंटे बाद मैंने बहुत शोर सुना। मैंने जो चाय का कप पकड़ा हुआ है वो छोड़ा और विकेट गेट से अंदर घुसा, क्योंकि स्टूडियो के बड़े गेट बंद थे। जो मैंने देखा उसने मुझे अंदर तक हिलाकर रख दिया। आधे से ज्यादा स्टूडियो जल चुका था। मैं एक लाइटिंग मैन को कपड़े के टुकड़े से आग बुझाने की कोशिश करते हुए देख सकता था। मैंने उसे चिल्ला कर तुरंत नीचे कूदने को कहा। उसी समय, मैंने किसी को  दरवाजे खोलने और दूसरे व्यक्ति को फायर ब्रिगेड को बुलाने के लिए कहा।”

खान ने आगे लिखा, “तभी मेरे सिर के पीछे तोप के गोले की तरह कोई चीज लगी और मैं जमीन पर गिर पड़ा। मुझे बाद में पता चला कि ये पेंट का एक डिब्बा था। निडर होकर, मैंने उस घाव के बावजूद मैं अपने क्रू को बचाने लगा।” बता दें कि पेंट के डिब्बे के ब्लास्ट होने से जो संजय खान के सिर पर घाव हुआ था वो 9 महीने तक भी ठीक नहीं हो पाया था।

इस हादसे में मिली चोट से संजय खान को पूरी तरह ठीक होने में 13 महीने लग गए थे। इसके बाद उनके भाई ने ‘टीपू सुल्तान’ का डायरेक्शन किया और संजय खान ने इसमें अभिनय किया था। संजय खान को लेकर उनकी पत्नी ने भी बताया था कि कैसे उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और उस कठिन वक्त में खुद को संभाला। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…