Chhapaak Box Office Collection Day 4: दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक दर्शकों को अपनी ओर खींचने में कामयाब हो रही है। वहीं दूसरी तरफ दीपिका पादुकोण का JNU मुद्दा बढ़ता ही चला जा रहा है। अब दीपिका पादुकोण के खिलाफ एक बार फिर से बॉयकॉट शुरू हो गया है। दीपिका के खिलाफ ट्विटर पर #दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ ट्रेंड कर रहा है।
दीपिका पादुकोण फिल्मों और विज्ञापनों के लिए अच्छी खासी रकम लेती हैं। लेकिन अभी फिलहाल के लिए उनके द्वारा साइन किए गए ब्रैंड्स दीपिका के ऐड दिखाने से कतरा रहे हैं। ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि दीपिका जेएनयू हमले के कुछ दिनों बाद यूनिवर्सिटी पहुंच गई थीं। इसके बाद दीपिका का विरोध किया जानेलगा था। इतना ही नहीं फिल्म छपाक का बॉयकॉट भी किया जाने लगा था। कई जगहों पर अब भी यही मांग की जा रही है। इसी को देखते हुए ब्रैंड्स भी सतर्कता बरत रहे हैं।
फिल्म छपाक दर्शकों को झकझोरती है। दीपिका पादुकोण की फिल्म को उन दर्शकों का शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है जो इसे देखने पहुंच रहा है। बावजूद इसके फिल्म छपाक की कमाई ठंडी है। चौथे दिन में भी फिल्म को वर्ड माउथ का फायदा मिल रहा है लेकिन जितनी उम्मीद थी उससे कम ही कमाई हो रही है। छापक ने रविवार को यानी तीसरे दिन कमाए 7.35 करोड़ रुपए। यानी ओपनिंग वीकेंड पर फिल्म छपाक 19.02 करोड़ रुपए कमा चुकी है। इस फिल्म की कमाई के इस आंकड़े को अच्छा खासा माना जा रहा है। बता दें, दीपिका की छपाक ने जहां पहले दिन 4.77 करोड़ रुपए की कमाई की वहीं दूसरे दिन फिल्म की कमाई में 35-40 प्रतिशत का इजाफा हुआ था। छपाक ने सेकेंड डे पर 6.90 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था।
बॉलीवुड फिल्मों से काफी अलग और हटकर दीपिका की ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है। दीपिका के अलावा विक्रांत मेस्सी भी फिल्म में अहम किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं। इस फिल्म के अपोजिट रिलीज हुई Tanhaji। अजय देवगन, सैफ अली खान और काजोल की फिल्म तानाजी के इस वक्त हर तरफ चर्चे हो रहे हैं। फिल्म बेहद शानदार कारोबार कर रही है। ऐसे में छपाक क्या तानाजी के आगे सरवाइव कर पाएगी। ये जानने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा, आइए जानते हैं दोंनों फिल्मों के बारे में..
#Chhapaak sees day-wise growth, but the weekend trending is good, not great… Collects well at premium multiplexes of urban sectors mainly… Needs to trend well on weekdays for a healthy Week 1 total… Fri 4.77 cr, Sat 6.90 cr, Sun 7.35 cr. Total: ₹ 19.02 cr. #India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) January 13, 2020

Highlights
ट्विटर पर ये पोस्ट खूब शेयर किए जा रहे हैं। यूजर चुटकी लेते हुए लक्स की स्थिति को लेकर मजाक उड़ाते हुए कह रहा है- लक्स की हालत अभी कुछ ऐसी हो रखी है। तो एक अन्य यूजर ने लिखा- रणवीर दीपिका के जेएनयू जाने के बाद से उनसे ब्रेकअप करने को कह रहे हैं। तो किसी ने रणवीर दीपिका की तस्वीर को पीएम मोदी के साथ शेयर किया। चुटकी लेते हुए लिखा गया- ‘ट्रेंड देखने के बाद दीपिका रणवीर कुछ ऐसे साथ नजर आए।’
'छपाक' को बायकॉट करने की बात भी कही थी। हालांकि कई लोगों ने इस दीपिका और उनकी फिल्म को जमकर सपोर्ट भी किया। वहीं इस पूरे मामले पर दीपिका पादुकोण चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन अब 'छपाक' (Chhapaak) की डायरेक्टर मेघना गुल्जार (Director Meghna Gulzar) ने खुलकर बात की। उन्होंने बातचीत के दौरान लोगों के एक खास अपील भी की है।
दीपिका ने फिल्म में एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की भूमिका निभाई है। बिना बताए, यह 2005 में वापस आ गया था, जब लक्ष्मी, जो सिर्फ 16 साल की थी, तब कथित तौर पर एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने उस पर हमला किया था, जिसने उस पर एसिड फेंक दिया था क्योंकि उसने अपना प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उसने इस घटना को उसे नीचे खींचने नहीं दिया। लक्ष्मी एक एनजीओ के निदेशक के रूप में काम करती रहीं और अभियान स्टॉप एसिड अटैक्स से भी जुड़ी रहीं।
पिछले हफ्ते की अन्य रिलीज़, दीपिका पादुकोण की छपाक धीरे-धीरे और लगातार फिल्म बनाने में खर्च की गई राशि को वसूल रही है। फिल्म को आलोचकों से भरपूर समीक्षा मिली, हालांकि यह दर्शकों को प्रभावित करने में विफल रही। साथ ही, एसिड अटैक जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को उठाने और इसे संवेदनशील तरीके से संभालने के लिए फिल्म की सराहना की जा रही है। छपाक का निर्देशन मेघना गुलजार ने किया है।
दीपिका की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छपाक की रिलीज़ से कुछ दिन पहले फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर असर होने के बारे में माना जा रहा था। हालांकि, व्यापार को को उसकी यात्रा पर भरोसा है, जो कि सोशल मीडिया पर नकारात्मक व्यवहार के बाद आया था, मूवी निर्माताओं में इसके चलने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
टिकट काउंटरों पर छपाक ने लगभग 50% की गिरावट देखी। इसने सोमवार को कथित रूप से लगभग 2-2.25 करोड़ रुपये का शुद्ध संग्रह किया। इसका कुल घरेलू संग्रह अब 21.27 करोड़ रुपये है।
मालती की वकील की भूमिका मधुरजीत सर्घी ने निभाई है। ये एक बहुत अहम रोल है और ये भी दिखाता है कि कोई लड़ाई अकेले नहीं जीती जाती होती और ऐसे वकील भी चाहिए तो बिना किसी आर्थिक लाभ के उन लोगों का मुकदमा लड़ सकें जो किसी न किसी तरह के अन्याय का शिकार हुए हैं। मेघना गुलजार की तीसरी – तलवार और राजी के बाद- ऐसी फिल्म है जो सामाजिक वास्तविकता से टकराती है। ये एक ,सोच बदलनेवाली फिल्म है।
फिल्म छपाक के बारे में हेमा मालिनी ने कहा था- एक कलाकार के तौर पर कहूं तो कोई फिल्म कलाकार बड़ी मेहनत से बनाता है। वह चाहता है उसकी फिल्मों को दर्शक देखें। इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए। जो देखना चाहे, देखें।
मेघना ने टेलीफोन पर दिए साक्षात्कार में दीपिका के जेएनयू जाने के मुद्दे पर कहा, 'हमें निजी और पेशेवर जीवन को अलग करने में सक्षम होना चाहिए। कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या करता है और पेशेवर की तरह फिल्म में क्या करता है, उसे अलग-अलग देखना चाहिए।'
कोरिया में रह रहे एक भारतीय ने लिखा कि मैं कोरिया में रहता हूं। यहां थिएटर में छपाक लगी नहीं है लेकिन फिर भी मैं टिकट खरीदना चाहता हूं...
जेएनयू में दीपिका के जाने के बाद सोशल मीडिया पर 'छपाक' का काफी विरोध किया गया था। अब लोगों ने रिव्यू एग्रीगेटर वेबसाइट आईएमडीबी पर भी फिल्म के खिलाफ वोट किए हैं। हालांकि फेवर में भी वोट हैं लेकिन इसके खिलाफ में काफी वोट पड़े हैं। वेबसाइट पर 7106 यूजर्स में महज 28.8% (2046) ने ही फिल्म को 10 में से 10 रेटिंग दी है। जबकि 1 रेटिंग देने वालों की संख्या 57.1% (4059) है। इसके चलते वेबसाइट पर फिल्म को 10 से एवरेज 4.6 रेटिंग मिली है।
जावेद अख्तर ने दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की 'छपाक' देखने के बाद इस पर रिएक्शन दिया है। जावेद ने लिखा- ' छपाक ऐसी फिल्म है जो मेघना गुलजार ने अपने दिल से बनाई है। आर्ट के मायने मनोरंजन करने से है लेकिन यह सर्कस से एकदम अलग होती है। अच्छी कला आपको एहसास करने, सोचने और ग्रो करने का मौका देती है। 'छपाक' यह सबुकछ करती है।
तान्हाजी' और 'छपाक' के कलेक्शन में बड़ा अंतर है। फिर भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि दोनों ही फिल्में अपनी लागत की लगभग आधी रकम वसूली कर चुकी हैं। 'तान्हाजी' अजय देवगन के होम प्रोडक्शन की फिल्म है और इसका बजट 120-150 करोड़ रुपए है। वहीं, 'छपाक' से दीपिका ने बतौर प्रोड्यूसर इंडस्ट्री में नई शुरुआत की है। इस फिल्म पर 35-40 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए पेंशन स्कीम की घोषणा की है। इस योजना की घोषणा राज्य महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने की। उन्होंने इस योजना की घोषणा के दौरान कहा- सरकार एक पेंशन स्कीम की शुरुआत कर रही है जिससे हर महीने एसिड अटैक के बाद अपनी जिंदगी काट रहे लोगों को 5000-6000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपनी जिंदगी को गरिमापूर्ण तरीके से जी सकें।
'छपाक' की बात करें तो इस फिल्म ने भारत में पहले वीकेंड 19.02 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था। वहीं पहले दिन फिल्म ने महज 4.77 करोड़ रुपए कमाए थे। हालांकि, दूसरे और तीसरे दिन फिल्म के कलेक्शन में बढ़त देखी। शुक्रवार के मुकाबले शनिवार के कलेक्शन में 44.65 फीसदी ज्यादा और रविवार को 54 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। रविवार को फिल्म ने 7.35 करोड़ रुपए की कमाई की है।
दीपिका का ज्यादातर लोग विरोध कर रहे हैं ऐसे में कंपनीज अपने कुछ विज्ञापनों को कुछ दिनों के लिए दिखाना बंद कर रही है। ऐसे में यूजर्स लक्स का मजाक उड़ा रहे।
दीपिका पादुकोण को लेकर ट्विटर पर कई सारे ट्वीट्स किए जा रहे हैं। पहले दीपिका की फिल्म का बॉयकॉट करने की बात की जा रही थी । अब ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है #दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ। इसके बाद से लोग दीपिका के खिलाफ तरह तरह के पोस्ट कर रहे हैं।
फिल्म में मालती की वकील का अहम किरदार दिखाया गया है। वकील की भूमिका मधुरजीत सर्घी ने निभाई है। बता दें, असल जिंदगी में लक्ष्मी की वकील अपर्णा भट्ट थीं। उन्होंनेफिल्म छपाक के मेकर्स पर उन्हें क्रेडिट न देने का आरोप लगाया था।
मालती की वकील की भूमिका मधुरजीत सर्घी ने निभाई है। ये एक बहुत अहम रोल है और ये भी दिखाता है कि कोई लड़ाई अकेले नहीं जीती जाती होती और ऐसे वकील भी चाहिए तो बिना किसी आर्थिक लाभ के उन लोगों का मुकदमा लड़ सकें जो किसी न किसी तरह के अन्याय का शिकार हुए हैं। मेघना गुलजार की तीसरी – तलवार और राजी के बाद- ऐसी फिल्म है जो सामाजिक वास्तविकता से टकराती है। ये एक ,सोच बदलनेवाली फिल्म है।
फिल्म क्रिटिक रवींद्र के मुताबिक- फिल्म में एक दृश्य है जिसमें मालती और दूसरी तेजाब-पीड़िताएं हंस बोल रही हैं और पार्टी कर रही है। अमोल को ये बात खलती है क्योंकि इसे लगती है कि अभी को लंबी लड़ाई लड़नी है इसलए काहे की पार्टी और कोल्डड्रिक। अमोल के गुस्से पर मालती हंसते हुए कहती है- `एसिड मुझ पर फेंका गया है आप पर नहीं।‘ मतलब ये कि कोई लड़ाई लड़ते हुए हम हमेशा मुंह गिराएं ही रहें ये जरूरी नहीं, हंसते बोलते भी लड़ाई लड़ी जा सकती है।
फिल्म में दीपिका के किरदार का नाम मालती है। मालती दो तरह का संघर्ष करती है। एक तो तेजाब की वजह से उसका चेहरा बिगड़ गया है और वो आईने में खुद को देखकर डरने लगती है। ऐसे में उसे खुद से लड़ना है। एक मनोवैज्ञानिक लड़ाई जिसमें मन से हारना नहीं है।प्लास्टिक सर्जरी से वो अपने चेहरे को कुछ बदल पाती है। और उसे अदालत में लड़ना है। यहां भी दो स्तरों पर। एक तो खुद न्याय पाने के लिए और जिसने उसके ऊपर तेजाब फेंका है उसे सजा दिलाने के लिए और दूसरी लड़ाई लड़नी है जिसमें तेजाब की खुली बिक्री पर रोक लगे और साथ ही साथ दूसरी तेजाब पीडिता लड़कियों और महिलाओं के इंसाफ के लिए। दूसरी कानूनी लड़ाई भी वो लड़ती है और उसमें विजयी भी होती है।
छपाक को लेकर ट्रेड एनेलिस्ट रमेश बाला ने कहा- ये इंडियन सिनेमा की बेस्ट मूवी है। दीपिका ने फिल्म में अवॉर्ड विनिंग परफॉर्मेंस दी है।
लक्ष्मी अग्रवाल नाम की एक लड़की पर आठ साल पहले तेजाब फेंका गया था और उसके बाद उसने एक लंबा संघर्ष किया और कानूनी लड़ाई लड़ी कि तेजाब की खुली बिक्री बंद हो। ये कानूनी लड़ाई लंबी चली और कुछ हद तक इसमे सफलता भी मिली। लक्ष्मी एक सोशल एक्टिविस्ट बन गई। फिल्म उसी सोशल एक्टिविज्म यानी सामाजिक लड़ाई को सामने लाती है। लक्ष्मी की आपबीती को लोग दिल से महसूस कर पा रहे हैं। कई दर्शक फिल्म देख काफी इमोशनल हो गए।