‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक और सेंसर बोर्ड के सदस्य विवेक अग्निहोत्री ने हाल ही में अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी 2’ में लगाए गए कट्स के बारे में बात की। विवेक अग्निहोत्री ने कहा ये “उचित नहीं” था, उन्होंने कहा कि भले ही वह सीबीएफसी का हिस्सा थे, लेकिन वह “पूरी तरह से इसके खिलाफ थे।”

India.com से बातचीत में विवेक ने कहा कि उन्होंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है और वह उस रिव्यू कमेटी का हिस्सा नहीं थे जिसने मेकर्स को बदलावों की लिस्ट दी थी। अक्षय जाहिर तौर पर फिल्म में भगवान शिव की भूमिका निभा रहे थे, लेकिन सीबीएफसी के निर्देशों के बाद उनके किरदार को ‘भगवान के दूत’ में बदल दिया गया और जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उचित है, तो विवेक ने कहा, “नहीं, यह उचित नहीं है। मैं इससे सहमत नहीं हूं। सबसे पहले, भले ही मैं सीबीएफसी का हिस्सा हूं लेकिन मैं इसके पूरी तरह खिलाफ हूं। विवेक ने आरोप लगाया कि सीबीएफसी पर संशोधनों का सुझाव देने के लिए दबाव डाला गया था और कहा, “सीबीएफसी पर कुछ भी करने के लिए दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। जो कुछ भी हो रहा है, वह सामाजिक और धार्मिक दबावों के कारण हो रहा है। हर कोई समझ गया है कि सीबीएफसी एक कमजोर संस्था है, आप उस पर दबाव डालिए और वे बदलाव करेंगे। मुझे समझ नहीं आता कि एक फिल्म में इतने सारे कट्स क्यों लगने चाहिए – 27 कट्स। आप कौन होते हैं यह निर्णय लेने वाले?”

इसके बाद विवेक ने फिल्मों में सेंसरशिप के विचार पर सवाल उठाया और कहा कि सीबीएफसी जैसी संस्था का अस्तित्व नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “भले ही मैं सीबीएफसी का हिस्सा हूं, लेकिन अगर आप मुझसे पूछें, तो मैं ईमानदारी से मानता हूं कि कोई सीबीएफसी नहीं होनी चाहिए। मैं फिल्मों पर किसी भी तरह के बहिष्कार और प्रतिबंध के खिलाफ हूं।”

विवेक ने सवाल उठाया कि ये बदलाव लोगों की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाते हैं और पूछा कि अगर सीबीएफसी इस तरह से कॉन्टेंट की निगरानी करेगा तो समाज टोलरेंस कैसे बनेगा। उन्होंने कहा, ”लोग बुद्धिमान हैं। दर्शकों को इसे देखने दें और इसे पचाने दें। यदि आप सब कुछ बंद कर देंगे तो आप अपने दर्शकों को अधिक सहिष्णु, अधिक समावेशी और अधिक बुद्धिमान कैसे बनाएंगे?” उन्होंने यह भी कहा कि निर्णय लेने से पहले फिल्म निर्माता की मंशा पर विचार करना चाहिए। “फिल्म निर्माता का इरादा क्या है? अगर इरादा ख़राब नहीं है तो जाने दो।”

सीबीएफसी ने ओएमजी 2 टीम को संशोधनों की एक लंबी लिस्ट दी, जहां उन्हें कंडोम के विज्ञापन, नागा साधुओं के सामने नग्नता वाले शॉट्स और ‘अप्राकृतिक सेक्स की मूर्तियों’ के रूप में वर्णित किए जा रहे दृश्यों को हटाने के लिए कहा गया था। 27 संशोधनों के बाद फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला।

‘ओएमजी 2’ 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।