सेंसर बोर्ड ने ‘आपत्तिजनक’ और ‘गाली गलौच’ वाले 28 शब्दों की सूची पर अपने कदमों को रोक लिया है। इस कदम पर विवाद पैदा होने और सख्त विरोध होने के चलते ऐसा किया गया।

एक सूत्र ने बताया कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की मुंबई में चली लंबी बैठक के बाद बोर्ड के कई सदस्यों ने ऐसा प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध किया। सूत्र ने बताया कि समझा जाता है कि यथास्थिति बहाल रखी जाएगी और सूची रोक कर रखी जाएगी।

बोर्ड प्रमुख पहलाज निहलानी या सीईओ श्रवण कुमार से आधिकारिक टिप्पणी लेने की कोशिश सफल नहीं हो सकी। बोर्ड ने इससे पहले गाली गलौच वाले कई शब्दों की एक सूची जारी की थी और फिल्मनिर्माताओं से बंबई की जगह मुंबई शब्द का इस्तेमाल करने को कहा था।

सूत्रों ने बताया कि सेंसर बोर्ड से पैदा होने वाले विवादों को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भी खुश नहीं है।