प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ऐलान किया कि 14 अगस्त, ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रुप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। लोगों के संघर्ष और बलिदान को 14 अगस्त के दिन याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री के इस ऐलान पर बॉलीवुड फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने निशाना साधा है। उनका कहना है कि समाज में वैमनस्य, नफ़रत का होना बीजेपी के 7 साल के कार्यकाल का सच है।

विनोद कापड़ी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री का ट्वीट रीट्वीट किया और लिखा, ‘नफ़रत और हिंसा? नरेंद्र मोदी अब क्या कर रहे हैं आप और आपके पोषित? 7 साल में देश को विभाजित करके रख दिया है।’

उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें वो लिखते हैं, ‘भेदभाव, वैमनस्य, दुर्भावना, नफ़रत, हिंसा… 7 साल के आपके कार्यकाल का यही सच है। काश जो आप कहते और लिखते हैं, उस पर अमल भी करते।’

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ की घोषणा करते हुए कई ट्वीट किए गए। एक ट्वीट में लिखा गया, ‘देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।’

वहीं दूसरे ट्वीट में प्रधानमंत्री की तरफ से कहा गया कि इस दिवस से हमें सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं मजबूत करने में मदद मिलेगी। उनका ट्वीट था, ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।।’

बहरहाल, विनोद कापड़ी की टिप्पणी पर ट्विटर यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। दीपक झा नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘मोदी जी आप विभाजनकारी है इसलिए आप विभाजन दिवस ही मनाएंगे। जिसकी जैसी सोच…! लाखों लोग मर गए कोरोना और नोटबंदी से, उनके लिए भी कोई दिवस मनाएंगे?’

 

पुनीत गौतम नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘कुछ ज्यादा ही फ्री बैठे हैं हमारे प्रधानमंत्री, जिनको हर दिन कोई नया फेस्टिवल चाहिए ताकि कैमरे में चमकते रहें।’ जीत कथूरिया नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘नाम बदलो, उत्सव मनाओ, योगा डे मनाओ या विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाओ.. इनसे विकास पैदा होगा क्या?’

वहीं कुछ यूजर्स विनोद कापड़ी पर निशाना साधते हुए ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना भी कर रहे हैं।