बॉलीवुड की मशहूर कोरियॉग्रफर सरोज खान (Saroj Khan) अब हमारे बीच नहीं रहीं। शुक्रवार देर रात कार्डियक अरेस्ट के चलते 71 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। सरोज ने देर रात 1 बजकर 52 मिनट पर अंतिम सांस ली। इससे पहले तबीयत बिगड़ने के बाद 17 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित एक हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद यहां लाया गया था। हॉस्पिटल में भर्ती के बाद उन्होंने कोरोना संक्रमण की जांच भी कराई थी। हालांकि उनकी कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
पिछले काफी दिनों से दिग्गज कोरियॉग्रफर डायबिटीज और इससे संबंधित बीमारियों से जूझ रही थीं। वह बॉलीवुड में काफी लंबे समय से ब्रेक पर थीं लेकिन 2019 में उन्होंने मल्टीस्टारर फिल्म ‘कलंक’ और कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी’ से फिर वापसी की थी। उन्होंने इन दोनों फिल्मों के एक-एक गाने को कोरियॉग्राफ किया था।
सरोज खान ने महज 3 साल की उम्र से बतौर बैकग्राउंड डांसर अपना करियर शुरू किया था। उन्हें 1974 में पहली बार ‘गीता मेरा नाम’ से बतौर कोरियॉग्राफर फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक मिला था। अपने करियर में 2000 से ज्यादा गानों को कोरियॉग्राफी करने वालीं इस दिग्गज को तीन बार नैशनल अवॉर्ड भी मिला। बता दें कि सरोज खान ने कुछ फिल्मों में बतौर राइटर भी काम किया था।
सरोज खान बॉलीवुड इंडस्ट्री का जाना माना नाम थीं। उन्होंने फिल्म ‘नजराना’ में पहली दफा काम किया था। इस फिल्म में उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था। फिल्म में वह श्यामा नाम की बच्ची बनी थीं। सरोज खान ने 1974 में बी.सोहनलाल कोरियोग्राफर के साथ काम किया।
आपको बता दें कि बॉलीवुड को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। बीते महीने ही सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली थी। वहीं, इससे पहले दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर और इरफान खान का भी निधन हो गया था।
